मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। बुधवार को तेलंगाना, छत्तीसगढ़, विदर्भ, बिहार, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु और पूर्वी राजस्थान में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, गुजरात के कुछ हिस्सों, कोंकण और गोवा, मराठवाड़ा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटों के दौरान, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तरी महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।

कहीं हल्की, कहीं भारी बारिश के आसार

आईएमडी ने कहा है कि तेलंगाना, तटीय कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, पश्चिम बंगाल, झारखंड के कुछ हिस्सों और कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके सथ ही बिहार, उत्तर पूर्व भारत, सिक्किम, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण गुजरात, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश संभव है।

ओडिशा में 6 से 8 सितंबर तक, झारखंड में 7 से 8 सितंबर तक, बिहार में 8 से 9 सितंबर तक और अंडमान व निकोबार में 7 और 10 सितंबर को भारी बारिश की संभावना है। वहीं, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, तेलंगाना, उत्तरी इंटीरियर कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल और केरल व माहे में 7 से 10 सितंबर, तटीय कर्नाटक में 7 से 10 सितंबर, दक्षिण इंटीरियर कर्नाटक में 8 से 10 सितंबर के बीच भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, मध्य प्रदेश में 7 से 10 सितंबर को तेज बरसात की चेतावनी जारी की गई है।

असम, मेघालय में 8 से 10 सितंबर, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में 7 से 10 सितंबर के बीच तेज बारिश होगी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के इलाकों में 7 से 8 सितंबर तक झमाझम बारिश होने की संभावना है। वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश में आठ सितंबर और उत्तराखंड में 8-10 सितंबर के बीच तेज बारिश होने वाली है। मौसम विभाग ने कहा है कि पूर्वी भारत, मध्य भारत समेत कई हिस्सों में अगले चार दिनों तक मॉनसून की एक्टिस कंडीशन बनी रहने वाली है।

मानसून फिर से एक्टिव होगा

दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश तट के पास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम और आसपास के हिस्सों पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके दक्षिण ओडिशा और दक्षिण छत्तीसगढ़ में पश्चिमी दिशा में बढ़ने की उम्मीद है। एक संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।

मानसून अब गंगानगर, हिसार, मेरठ, ग्वालियर, जबलपुर और रायपुर से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र तक पहुंच रहा है। एक ट्रफ रेखा उत्तर पश्चिम और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से लेकर छत्तीसगढ़ होते हुए दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश तक फैली हुई है। पंजाब और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा रहा है।


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