अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए लोगों को निमंत्रण भेजे जा रहे हैं। आज से देशभर में आरएसएस और विहिप के कार्यकर्ता अक्षत देकर अयोध्या के लिए आमंत्रण सौपेंगे। वहीं इसी बीच महाराष्ट्र में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर राजनीति और आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। शिवसेना (यूबीटी) के नात और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस विषय को लेकर कई सवाल आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने भी निमंत्रण ना मिलने पर हैरानी जताई थी।

अब इस पर टिप्पणी करते हुए श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने रविवार को कहा कि निमंत्रण केवल उन्हीं को दिया गया है जो भगवान राम के भक्त हैं। उन्होंने कहा, “निमंत्रण केवल उन लोगों को दिया गया है जो भगवान राम के भक्त हैं। यह कहना पूरी तरह से गलत है कि बीजेपी भगवान राम के नाम पर लड़ रही है, हमारे पीएम का हर जगह सम्मान किया जाता है। उन्होंने बहुत बड़ा काम किया है।” यह उनकी भक्ति ही है कि इस मामले में राजनीति नहीं बल्कि काम हुआ है।

ये लोग भगवान राम का अपमान कर रहे- सत्येन्द्र दास

वहीं संजय राउत के ‘भाजपा को अब भगवान राम को अपना उम्मीदवार घोषित करना बाकी है’ वाले बयान पर उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण से उन्हें बहुत दिक्कत है। ये वही लोग हैं जो भगवान राम के नाम पर चुनाव लड़ते थे। लेकिन अब उन्होंने इससे समझौता कर लिया, लेकिन जो लोग भगवान राम को मानते थे वे सत्ता में हैं, वह क्या बकवास कर रहे हैं, यह मुझे नहीं मालूम है? मुख्य पुजारी ने कहा कि ये लोग भगवान राम का अपमान कर रहे हैं।

उद्धव ठाकरे और संजय राउत ने उठाए थे सवाल 

इससे पहले आज, शिवसेना (यूबीटी गुट) नेता संजय राउत ने अगले महीने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर चल रहे हंगामे के बीच भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि वह अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले भगवान राम के नाम पर वोट मांगेगी। राउत ने कहा, “पीएमओ और सरकार को अपना आधार अयोध्या स्थानांतरित कर लेना चाहिए। वे केवल राम के नाम पर वोट मांगेंगे क्योंकि उन्होंने और कुछ नहीं किया है।”  राउत ने कहा कि शिवसेना के सदस्यों ने राम मंदिर आंदोलन में अपना खून और मेहनत की है।