पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि राज्य में हाल में संपन्न दुर्गा पूजा ‘शांतिपूर्ण रही। उन्होंने दावा किया कि राज्य में उत्सव के दौरान 85 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ और लगभग तीन लाख लोगों के लिए रोजगार का सृजन हुआ। उन्होंने ब्रिटिश काउंसिल के एक सर्वेक्षण का हवाला दिया जिसके मुताबिक पश्चिम बंगाल में इस साल दुर्गा पूजा के दौरान 72,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ।

ममता बनर्जी ने और क्या कहा?

आंकड़ों से खुश दिखीं मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले सालों में कारोबार और बढ़ेगा। ममता बनर्जी ने यहा राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस साल दुर्गा पूजा एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई है। आने वाले वर्षों में हम इसे और बड़े पैमाने पर आयोजित करेंगे। ब्रिटिश काउंसिल के एक शोध के मुताबिक कि इस वर्ष लगभग 72,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ लेकिन मेरा मानना ​​है कि यह लगभग 80,000 करोड़ रुपये से 85,000 करोड़ रुपये होगा। तीन लाख से अधिक रोजगार के अवसर सृजित हुए जिससे गरीबों को बहुत लाभ हुआ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार, कुछ लोग अदालत चले गए क्योंकि मैंने कुछ पूजा समितियों को कुछ धनराशि दी थी। मैं पूजा समितियों को पैसे देती हूं क्योंकि वे सामाजिक कार्य करते हैं। अगर मैं 300 करोड़ रुपये खर्च करके 72,000 करोड़ रुपये कमा सकती हूं तो यह एक आर्थिक मॉडल होना चाहिए। हो सकता है कि सारा पैसा हमारे पास न आए, लेकिन यह अच्छा है कि इतने सारे लोगों ने इसे कमाया है।’’

दुर्गा पूजा का आयोजन करने वाली समितियों को मिली थी वित्तीय सहायता

ममता बनर्जी सरकार ने इस साल दुर्गा पूजा का आयोजन करने वाली 40,000 समितियों को 70-70 हजार रुपये की दर से वित्तीय सहायता प्रदान की थी। स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात की 12 दिवसीय यात्रा से लौटने के बाद बाएं घुटने में सूजन से पीड़ित मुख्यमंत्री बनर्जी को डॉक्टरों ने ‘चलने फिरने से मना किया था। इस बारे में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘गलत इलाज के कारण मेरा संक्रमण बढ़ गया था। मैं सात दिन तक अपने बिस्तर से नहीं उठ पाई।’’ उन्होंने कहा कि इसके बावजूद वह घर से कार्यालय का काम कर रही थी।


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