भागलपुर के सुल्तानगंज और खगड़िया के अगुवानी घाट के बीच गंगा पर बन रहे निर्माणाधीन पुल के गिरने पर सियासत तेज है. अब सरकार के सहयोगी भी सवाल उठाने लगे हैं. बिहार कांग्रेस के बड़े नेता अजीत शर्मा ने पुल गिरने के मामले पर साफ कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार है. उसी की बानगी है कि मेरे इलाके भागलपुर में पुल भरभराकर गिर गया।
कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि क्या पुल इस तरह से गिर सकता है क्या? निश्चित तौर पर उसकी डिजाइन में खामियां होंगी. उसकी क्वालिटी में कमियां होंगी. निश्चित तौर पर बिहार सरकार के जो पदाधिकारी होंगे, जिसने इस पुल के डिजाइन को पास किया हो, उसपर कड़ी से कार्रवाई हो।
अजीत शर्मा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज हो और उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाए ताकि आइंदा इस तरह की कोई घटना न हो. अजीत शर्मा ने कहा कि ये कंप्लीट टेक्निकल फॉल्ट है। ऐसा कभी होता है कि तेज आंधी में पुल का स्ट्रक्चर गिर जाए, ये बर्दाश्त के लायक नहीं. इस नुकसान की भरपायी कंपनी और ठेकेदार से होनी चाहिए. भविष्य में भी इस कॉन्ट्रैक्टर को ब्लैकलिस्ट किया जाना चाहिए।
बता दें कि अगुवानी घाट-सुलतानगंज गंगा पुल रविवार को ताश के पत्ते की तरह ढह गया. खगड़िया की तरफ का निर्माणाधीन पुल के अचानक गिरने से अफरा-तफरी मच गयी. बताया जाता है कि भागलपुर के अगवानी घाट सुल्तानगंज गंगा पुल का चार फाउंडेशन व सब स्ट्रक्चर पूरी तरह गंगा में समा गया. इस मामले पर सियासत भी तेज है. बीजेपी लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रही है. वहीं सरकार की ओर से दोषियों पर कार्रवाई जारी है. पुल बनाने वाली कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की भी तैयारी चल रही है।
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