नए मंदिर में पुरानी मूर्ति की पूजा होगी, नई मूर्ति के दर्शन
रामजन्मभूमि मन्दिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया कि रामजन्मभूमि में बने अस्थाई मन्दिर के भीतर राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघन की ये वही मूर्तियां हैं जो टेंट में थीं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन्हें मार्च 2020 में अस्थाई मन्दिर में स्थापित किया था। ये अष्टधातु की मूर्तियां हैं और इनमें भगवान बालरूप में बैठी अवस्था में हैं। सत्येंद्र दास का कहना है कि नए मन्दिर के गर्भगृह में ये चल मूर्ति होगी और प्राण प्रतिष्ठा की मूर्ति अचल। चल मूर्ति की पूजा होगी और अचल मूर्ति के दर्शन किए जाएंगे। सत्येंद्र दास ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा में पहले पूजा अर्चना होगी। फिर भगवान की आंखों की पट्टी खोली जाएगी। इसके बाद उन्हें शीशा दिखाया जाएगा और आंख में काजल लगेगा।
गर्भगृह जाने से पहले पीएम करेंगे सरयू में स्नान
वहीं श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल का कहना है कि मौसम को देखते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल रात तक अयोध्या आ सकते हैं। 22 जनवरी को 8000 लोग प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के साक्ष्य बनेंगे। कामेश्वर चौपाल ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के पहले पीएम मोदी सरयू नदी में स्नान करेंगे। 22 जनवरी को पीएम जब गर्भगृह जाएंगे उसके पहले वह स्नान करेंगे।
प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान राम मंदिर के गर्भगृह में पांच लोग रहेंगे-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
संघ प्रमुख मोहन भागवत
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास
यूपी की गवर्नर आनंदीबेन पटेल
कितने बजे का है प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त?
कामेश्वर चौपाल का कहना है कि इसके अलावा गर्भगृह में पुजारी साथ रहेंगे। 22 जनवरी को 12:20 से 1 बजे तक प्राण-प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त है। कुल 40 मिनट में प्राण प्रतिष्ठा हो जाएगी। फिर उसके बाद पीएम मोदी का सम्बोधन होगा। बता दें कि कामेश्वर चौपाल ने 9 नवंबर 1989 को अयोध्या में राम मंदिर की पहली ईंट रखी थी।
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