अग्निवीर जवान प्रदीप यादव का पार्थिव शरीर जब उनके पैतृक गांव दोन (द्रोण) लाया जा रहा था तो जीरादेई मोड़ पर से ही हजारों की संख्या में लोग जमा हो गए. युवा प्रदीप के सम्मान में भारत माता की जय, प्रदीप यादव जिंदाबाद, प्रदीप यादव अमर रहे का नारा लगाते हुए पीछे-पीछे भीड़ चलती रही. करीब 30 किलोमीटर तक सड़क के किनारे दोनों ओर लोगों की भीड़ प्रदीप यादव का एक झलक पाने के लिए खड़ी रही. तिरंगा झंडा और भक्ति गीतों से गुजते हुए डीजे के साथ पार्थिव शरीर पैतृक गांव दोन पहुंचा.

पार्थिव शरीर जैसे ही दरवाजे पर पहुंचा पिता शंभू यादव, मां देवांति देवी सहित पूरे परिवार वाले का रो-रो कर बुरा हाल होने लगा. वहीं, पार्थिव शरीर को देख ग्रामीणों की भी आंखें नम हो गईं. चारों तरफ भारत माता की जय, प्रदीप यादव जिंदाबाद, प्रदीप यादव अमर रहे, डीजे पर भक्ति गाना गूंजता रहा.दरवाजे पर पहुंची सेना की टुकड़ी द्वारा प्रदीप यादव के पार्थिव शरीर को अंतिम सलामी दी गई. इसके बाद दरौली के सरयू नदी घाट के किनारे अंतिम संस्कार किया गया.

बता दें कि दो दिन पूर्व जम्मू कश्मीर के अखनूर के टांडा इलाके में अग्नि वीर जवान प्रदीप यादव के सिर में गोली लगने से मृत्यु हो गई थी. हालांकि, प्रदीप की मृत्यु किस कारण हुई है अभी तक सेना के तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. गौरतलब है कि प्रदीप पिछले साल ही 2022 मे अग्निवीर सेना में भर्ती हुए थे. आज इस अग्निवीर का पार्थिव शरीर को एक झलक पाने के लिए कई गांव के लोग इकट्ठा हुए थे.