बिहार सरकार की मेजबानी में पटना के सचिवालय स्थित संवाद भवन में 26वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक शुरू हो गई है। बैठक की अध्यक्षता गृहमंत्री अमित शाह कर रहे हैं। कार्यक्रम में बिहार समेत चार राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। बैठक की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शाह का स्वागत किया है। करीब डेढ़ साल बाद सीएम नीतीश और अमित शाह की आमने-सामने मुलाकात हुई है।

दरअसल, 26वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की इस बैठक में बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड सरकार के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, झारखंड के वित्त मंत्री रामेश्वर उराव, ओडिशा सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर मंत्री तुषार क्रांति बेहरा, पश्चिम बंगाल सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर चंद्रमा भट्टाचर्या मौजूद हैं। बैठक में बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड के सीएम को भी शामिल होने था लेकिन उन्होंने इस बैठक से किनारा कर लिया है और सरकार के प्रतिनिधि को भेजा है।

बता दें कि एनडीए से अलग होने के बाद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार केंद्र सरकार की बैठकों से किनारा करते रहे हैं। चाहे वह दिल्ली में नीति आयोग की बैठक हो या क्षेत्रीय परिषद की बैठक नीतीश कुमार इन बैठकों में जाने से बचते रहे हैं। जिन बैठकों में उन्हें खुद जाना होता वहां वे राज्य सरकार के किसी मंत्री को भेज दिया करते थे। इससे पहले पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुई क्षेत्रीय परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी को भेज दिया था और खुद बैठक से किनारा कर लिया था।

आज जब पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक की मेजबानी बिहार कर रहा है तो ऐसे में इस बैठक में शामिल होना मुख्यमंत्री की बड़ी मजबूरी बन गई और उन्हें शाह का स्वागत करना पड़ा है। एनडीए से अलग होने के करीब डेढ़ साल बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सामना केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हुआ है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को शॉल पहनाया और इसके बाद बिहार का प्रतीक चिन्ह् देकर उनका स्वागत किया हालांकि इस दौरान मुख्यमंत्री थोड़े असहज जरूर नजर आए।