मकर संक्राति के मौके पर बिहार सियासी भोज भी खूब होता रहा है। इस मौके पर दही-चूड़ा भोज का काफी महत्व रहा है। इस साल भी विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं ने दही चूड़ा भोज का आयोजन कर मिठास घोलने की कोशिश की। लेकिन, सत्ताधारी महागठबंधन में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट बंटवारे को लेकर मिठास घुली नजर नहीं आ रही है।
राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर सोमवार को दही चूड़ा भोज का आयोजन किया गया। इस भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित जदयू के कई नेता शामिल हुए। इस दौरान नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने पत्रकारों के सामने कोई बयान नहीं दिए, लेकिन, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि सीट बंटवारे में कोई समस्या नहीं। बिहार में महागठबंधन एकजुट है और पूरी ताकत के साथ है।
इस बयान के बाद माना जाने लगा था कि सत्ताधारी महागठबंधन में सबकुछ ठीक है। हालांकि, राजद प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि लालू प्रसाद के आशीर्वाद से ही नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया कि सीट बंटवारा हो चुका है।
जदयू के नेता और बिहार के मंत्री विजय चौधरी से इस संबंध में जब मंगलवार को पूछा गया तब उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब तक सीट बंटवारा नहीं हुआ है। इस दौरान उन्होंने नीतीश के नेतृत्व क्षमता की भी खूब तारीफ की। इन बयानों से साफ है कि अभी सीट बंटवारे को लेकर सहयोगी दलों में जमी बर्फ पिघली नहीं है और दही चूड़ा भोज के बावजूद मिठास नहीं घुली है।
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