टीम इंडिया का लंबा वेस्‍टइंडीज दौरा खत्‍म हो गया है। हालांकि इसमें ज्‍यादा कुछ हासिल नहीं हुआ। खास तौर पर अभी हाल ही में खत्‍म हुई टी20 सीरीज में तो बहुत ही खराब रहा। सीरीज के पहले दो मैच हारकर टीम इंडिया पीछे हो गई थी, लेकिन इसके बाद तीसरा और चौथा मैच जीतकर भारतीय टीम ने शानदार वापसी की और लगा कि अब आखिरी मैच जीतकर सीरीज पर भी कब्‍जा हो जाएगा। लेकिन पांचवें मैच में तो हाल और भी बुरा हुआ। भारतीय टीम को निराशाजनक हार का सामना करना पड़ा और सीरीज हाथ से चली गई। ये हश्र उस वेस्‍टइंडीज के खिलाफ है, जो न तो टी20 विश्‍व कप 2022 के लिए क्‍वालीफाई कर पाई थी और न ही इस साल होने वाले वनडे विश्‍व कप ही खेल पाएगी। हां, इतना जरूर रहा कि भारतीय टीम को इस सीरीज से दो ऐसे खिलाड़ी मिल गए जो आने वाले दिनों में तहलका मचाते हुए नजर आ सकते हैं।

यशस्‍वी जायसवाल और तिलक वर्मा को मिला इस सीरीज में डेब्‍यू का मौका 

आईपीएल में राजस्‍थान रॉयल्‍स के लिए खेलने वाले यशस्‍वी जायसवाल और मुंबई इंडियंस के लिए खेलने वाले तिलक वर्मा को पहली बार टीम इंडिया में मौका मिला। यशस्‍वी जायसवाल को इसी सीरीज में पहले टेस्‍ट में इंटरनेशनल डेब्‍यू का मौका मिला, वहीं इसके बाद उन्‍हें टी20 में भी डेब्‍यू का मौका मिला गया। वहीं तिलक वर्मा ने टी20 सीरीज से भी अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला। इन दोनों प्‍लेयर्स ने अपनी छाप छोड़ी और ये साबित करने की भी कोशिश की क‍ि आने वाले वक्‍त में वे भारतीय टीम के खूब रन बनाएंगे।

तिलक वर्मा ने सीरीज में किया कमाल का प्रदर्शन  
तिलक वर्मा जब अपना पहला टी20 मैच खेलने के लिए उतरे तो उनके बल्‍ले से शानदार 39 रन की पारी आई, जो उन्‍होंने 22 गेंद पर ही बना डाले। ये सीरीज का पहला मुकाबला था। इसके बाद दूसरे मैच में फिर से तिलक वर्मा का बल्‍ला चला और उन्‍होंने 41 गेंद पर 51 रन की बेहतरीन पारी खेली। जिसमें एक छक्‍का और पांच चौके लगाए। तीसरे मैच में भी तिलक वर्मा ने 37 बॉल पर 49 रन बना दिए। चौथे मैच में तिलक वर्मा को ज्‍यादा बल्‍लेबाजी का मौका नहीं मिला, क्‍योंकि सारा काम यशस्‍वी जायसवाल और शुभमन गिल ने ही कर दिया था। तिलक ने पांच गेंद पर सात रन बनाए। सीरीज के आखिरी मुकाबले में तिलक वर्मा ने 18 बॉल पर 27 रन बनाए।

यशस्‍वी जायसवाल ने टेस्‍ट के बाद टी20 में भी किया प्रभावित 
अब बात करते हैं यशस्‍वी जायसवाल की, जिन्‍होंने पहले दो मैच नहीं खेले, लेकिन तीसरे मैच के बाद ईशान किशन को बाहर बैठाया जाता है और यशस्‍वी जायसवाल की एंट्री होती है। पहले मैच में यशस्‍वी जायसवाल ज्‍यादा कुछ नहीं कर सके और दो गेंद पर एक ही रन बनाकर आउट हो गए। लेकिन दूसरे मैच में उन्‍होंने शानदार बल्‍लेबाजी का मुजायरा पेश किया। ये सीरीज का चौथा मैच था और यशस्‍वी जायसवाल का दूसरा। इसमें उन्‍होंने 51 बॉल पर 84 रन की पारी खेली और आखिर तक आउट नहीं हुए। उन्‍होंने इस पारी पारी में 11 चौके और तीन छक्‍के लगाए। साथ ही शुभमन गिल के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 165 रन की पार्टनरशिप की। सीरीज के आखिरी मैच में एक बार फिर से यशस्‍वी का बल्‍ला नहीं चला और वे चार गेंद पर पांच रन बनाकर पवेलियन लौट गए। ये बात और है कि वे तीन में से केवल एक ही पारी में रन बना सके, लेकिन जिस तरह का खेल उन्‍होंने दिखाया है, उससे कहा जा सकता है कि आने वाले वक्‍त में वे बड़े बल्‍लेबाज बनकर उभरेंगे।