राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर चल रही जोर-शोर से तैयारियों के बीच जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने कई सवाल उठाते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने शुक्रवार (19 जनवरी, 2024) को कहा कि क्या भगवान राम सिर्फ बीजेपी के हैं.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ”राम भगवान क्या सिर्फ बीजेपी और आरएसएस के हैं. ये कौन है किसी को बुलाने वाले. राम मंदिर जाने के लिए क्या किसी का निमंत्रण चाहिए है. मैं उमराह के लिए जा रहा हूं तो क्या मुझे चिट्ठी चाहिए है. राम सबके हैं, किसी ने ठेका नहीं ले रखा. ये लोग राम भगवान को सिर्फ अपना क्यों समझते हैं.”
दरअसल, 22 जनवरी को होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए राजनीतिक पार्टियों के प्रमुख, मुख्यमंत्री और विभिन्न क्षेत्र से आने वाली हस्तियों को निमंत्रण पत्र दिया गया है.
कौन-कौन शामिल नहीं हो रहा?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी राम मंदिर उद्घाटन में शामिल होने का निमंत्रण ठुकरा चुके हैं. पार्टी ने बयान जारी कर कहा था कि समारोह का इस्तेमाल बीजेपी चुनावी फायदे के लिए कर रही है.
साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के चीफ शरद पवान ने कहा था कि वो अय़ोध्या बाद में जाएंगे. इसके अलावा बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी चीफ लालू यादव ने कहा था कि मैं समारोह में शामिल होने के लिए अयोध्या नहीं जाऊंगा. वहीं आम आदमी पार्टी के राष्ठ्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें लेटर मिला है, लेकिन निमंत्रण पत्र नहीं मिला है.
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