रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उस शख्स को माफ कर दिया है, जिसने अपनी प्रेमिका से बलात्कार किया और उसे 111 बार चाकू से गोदकर मार दिया। हत्यारे का नाम 27 वर्षीय मॉन्स्टर व्लादिस्लाव कान्यस है और उसकी प्रेमिका का नाम 23 वर्षीय वेरा पेखटेलेवा था, जिसे उसने करीब 3 घंटे तक प्रताड़ित किया था। उससे बलात्कार करने के बाद चाकू से मार-मार कर उसकी हत्या कर दी। लोहे के फ्लेक्स से गला घोंट दिया था। इतनी क्रूरता से एक इंसान को मारने वाले को पुतिन ने सिर्फ इसलिए माफ कर दिया, क्योंकि उसने देश के लिए यूक्रेन युद्ध में हिस्सा लिया था।

मृतका की मां ने पुतिन पर उठाए सवाल

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पड़ोसियों ने उसकी चीखें सुनकर पुलिस को 7 बार फोन किया, लेकिन वह वेरा पेखटेलेवा को बचा नहीं पाए थे। मानवाधिकार प्रचारक एलोना पोपोवा ने बताया कि अदालत ने केस को ‘विशेष रूप से क्रूर हत्या’ करार दिया था, लेकिन पीड़िता की मां 49 वर्षीय ओक्साना ने बेटी के हत्यारे को माफ करने के पुतिन के फैसले के खिलाफ आवाज उठाई है। ओक्साना को मारने के बाद उसे युद्ध में लड़ने की अनुमति देने के फैसले से वह हैरान है और उसे अब अपनी जान का डर सता रहा है। ओक्साना ने पूछा कि एक क्रूर हत्यारे को युद्ध लड़ने के लिए हथियार कैसे दिया जा सकता है? उसे रूस की रक्षा के लिए मोर्चे पर क्यों भेजा गया है? वह इंसान नहीं है।

28 अक्टूबर को पुतिन ने दिए थे आदेश

ओक्साना ने कहा कि यह मुझ पर एक आघात है, राष्ट्रपति पुतिन द्वारा हत्यारे को क्षमा करने का आदेश देना…मेरी बच्ची अपनी कब्र में सड़ जाएगी। मुझसे हर चीज़ छीन ली गई है – मेरा जीवन, जीने का आशा। मैं जीवित नहीं हूं, मेरा अस्तित्व खत्म हो गया है। उसके हत्यारे को रिहाई के साथ माफ कर दिया गया है, उसका आपराधिक रिकॉर्ड समाप्त कर दिया गया है… इस फैसले ने मुझे खत्म कर दिया। वह हत्यारा बदला लेने के लिए किसी भी समय मुझे और मेरे परिवार को मार सकता है। बता दें कि 28 अक्टूबर को पुतिन ने युद्ध में सेवा देने के सजा होने के 6 महीने बाद ही हत्यारे को पूरी तरह से माफ कर दिया। उस पर लगे बलात्कार और हत्या के आरोप भी हटा जाएंगे।


Discover more from The Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts to your email.

Adblock Detected!

Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors. Please consider supporting us by whitelisting our website.