गोपालगंज में पांच दिनों से लापता शिव शिव मंदिर के पुजारी मनोज कुमार की हत्या के बाद शनिवार को शव मिलते ही लोगों ने बवाल शुरू कर दिया. पुलिस टीम पर पथराव किया और जिप्सी को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया. घटना मांझा थाना क्षेत्र के दानापुर गांव की है. मृतक पुजारी की पहचान 32 वर्षीय मनोज कुमार के रूप में हुई जो दानापुर गांव निवासी वैद्यनाथ गुप्ता के पुत्र थे. परिजनों के अनुसार अपराधियों ने वीभत्स तरीके से हत्या कर की है. गर्दन के पास गोली मारी गई है और दोनों आंखें निकाल ली गई हैं. अपराधियों ने पाइवेट पार्ट को भी नुकसान पहुंचाया है. आज सुबह पुजारी का शव झाड़ियों में मिला. इसके बाद जनाक्रोश फूट पड़ा।

मृत पुजारी मनोज के भाई अशोक कुमार साह पूर्व मुखिया और भाजपा के मंडल अध्यक्ष हैं. हत्या से आक्रोशित लोगों ने पहले एनएच-27 को जाम किया और आगजनी कर दोनों तरफ से परिचालन ठप कर दिया. पुलिस समझाने पहुंची, तो उन पर पथराव करते हुए लाठी-डंडे से हमला कर दिया. पुलिस की जिप्सी में तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया. इस घटना में दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और कई राउंड फायरिंग करनी पड़ी. शाम होने पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रण में करते हुए पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।

जाम में फंसे रहे हजारों वाहन

इस दौरान पांच घंटे तक हाईवे के जाम रहने से हजारों वाहन फंसे रहे. वहीं इस मामले में पुलिस तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. बता दें कि सोमवार की रात पुजारी मनोज कुमार शिव मंदिर पर गये थे, जहां से लापता हो गए. अगले दिन परिजनों ने मांझा थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई. अपहरण की आशंका जाहिर की गई. पुलिस ने खोजबीन शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका. परिजनों ने दो दिन एचएन-27 को जाम भी किया, इसके बाद पुलिस ने आश्वासन दिया. मंदिर के सीसीटीवी फुटेज में रात के ढाई बजे मनोज मंदिर से बाहर जाते हुए दिखे है, उसके बाद कुछ पता नहीं चल सका. शनिवार की सुबह घर के पास ही झाड़ियों में शव मिला।

सदर एसडीपीओ प्रांजल ने कहा कि पुलिस गहनता से एक-एक बिंदु पर जांच कर रही है. मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. परिजनों को पुलिस की जांच में साथ देनी चाहिए. एनएच-27 को जाम करने, पुलिस पर पथराव करने और पुलिस की जिप्सी में तोड़फोड़ किये जाने के मामले में उपद्रवियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही है।