प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्‍यवाद प्रस्‍ताव पर बोलते हुए पिछले 10 सालों का लेखा-जोखा देश के सामने रखा। आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा और एनडीए कितनी सीटें जीतेगी, उसका भी सदन से एलान किया और तीसरे कार्यकाल में किस तरह के फैसले लिए जाएंगे, उसकी रूपरेखा भी बताई। पीएम मोदी ने विपक्ष को परिवारवाद, भ्रष्‍टाचार समेत कई मुद्दों को लेकर खरी-खोटी सुनाई। गांधी परिवार का नाम लिए बिना ही सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर भी हमला बोला।

पीएम मोदी ने संसद में विपक्ष को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने जो संकल्प लिया है, उसकी सराहना करता हूं, उनके भाषण की एक-एक बात से मेरा और देश का विश्वास पक्का हो गया है कि इन्होंने लंबे अरसे तक वहां (विपक्ष में) रहने का संकल्प ले लिया है।

पीएम मोदी ने कहा कि जनता-जनार्दन तो ईश्वर का रूप होती है और आप लोग (विपक्ष) जिस तरह से इन दिनों मेहनत कर रहे हैं, मैं पक्का मानता हूं कि ईश्वर रूपी जनता-जनार्दन आपको पक्का आशीर्वाद देगी और आप अगले चुनाव में दर्शक दीर्घा में जरूर दिखेंगे।

परिवारवाद पर पीएम मोदी का जवाब

प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में बोलते हुए कांग्रेस को परिवारवाद के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का विश्वास हमेशा एक परिवार पर रहा है। एक परिवार के आगे न कुछ सोच सकते हैं और न ही कुछ देख सकते हैं। इस दौरान कुछ कांग्रेसी नेताओं ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह का नाम लेते हुए परिवारवाद का जिक्र किया।

इस पर पीएम ने कहा कि अगर एक ही परिवार के 10 लोग अपनी काबिलियत से राजनीति में हैं तो वह परिवारवाद नहीं है। जब एक ही परिवार की अपनी पार्टी हो और उसका अपना ही कुनबा पार्टी पर राज करे वो परिवारवाद है। न राजनाथ सिंह की और न अमित शाह की, इनमें से किसी की अपनी पार्टी नहीं है।

राहुल को बताया प्रोडक्ट

पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना ही प्रोडक्ट बताया। उन्होंने कहा कि  मल्लिकार्जुन खरगे एक सदन से दूसरे सदन में शिफ्ट हो गए। गुलाम नबी आजाद तो पार्टी ही शिफ्ट कर गए। एक ही प्रोडक्ट को बार-बार लॉन्‍च करने के चक्कर में कांग्रेस की दुकान ताला लगाने की नौबत आ गई है। धुरंधरों की हालत ये हो गई है कि अब राज्यसभा से सदन में आने की नौबत आ गई है।