इजरायल और हमास के बीच जारी जंग के बीच समुद्री डाकूओं के भी हौसले बुलंद हो गए हैं। एक ओर जहां हूती विद्रोहियों की ओर से जहाजों पर ड्रोन हमला किया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर सोमाली डाकुओं द्वारा भी लूट के मकसद से जहाजों को निशाना बनाया जा रहा है। इन संकट को देखते हुए भारतीय नौसेना पूरी चौकसी के साथ जहाजों और समुद्री मार्ग की सुरक्षा में जुटी हुई है। इस बीच खबर आई है कि भारतीय नौसेना ने अपने शौर्य का प्रदर्शन करते हुए सोमाली डाकुओं के चंगुल से 19 पाकिस्तानी नाविकों को बचाया है। आइए जानते हैं कि क्या है ये पूरा मामला।
ऐसे बची पाकिस्तानियों की जान
भारतीय नौसेना के स्वदेशी गश्ती जहाज आईएनएस सुमित्रा को सोमालिया के पूर्व और अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती रोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात किया गया है। 29 जनवरी को पता लगा कि ईरानी ध्वज वाले मछली पकड़ने वाले जहाज अल नईमी और उसके चालक दल जिसमें 19 पाकिस्तानी नागरिक थे, उन्हें सोमाली डाकुओं द्वारा बंधक बना लिया गया है। आईएनएस सुमित्रा ने तत्काल कार्रवाई की और नौसैनिकों की मदद से जहाज को खोज निकाला। नौसेना के मार्कोस कमांडोज ने डाकुओं को चालक दल और जहाज की सुरक्षित रिहाई को मजबूर कर दिया। नौसेना ने जहाज को साफ किया और रिहा किए गए चालक दल की जांच की।
ईरानी नागरिकों को भी बचाया
इससे पहले 28 जनवरी को भी आईएनएस सुमित्रा ने एक ईरानी ध्वज वाले मछली पकड़ने वाले जहाज (एफवी) इमान के अपहरण के संबंध में एक संकट संदेश का जवाब दिया था। इस जहाज पर समुद्री डाकुओं ने चालक दल को बंधक बना लिया गया था। जहाज को आईएनएस सुमित्रा द्वारा रोक लिया गया था और एसओपी का पालन करते हुए और जहाज और उसके चालक दल जिसमें 17 ईरानी नागरिक थे, उन्हें 29 जनवरी के शुरुआती घंटों में सुरक्षित रूप से बचा लिया गया था।
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