महंगे गिफ्ट लेकर सवाल पूछने के मामले में तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की सदस्यता को रद्द करने की सिफारिश करने वाली लोकसभा आचार सिमित की रिपोर्ट 4 दिसंबर को निचने सदन में पेश की जाएगी। इस मामले पर अब महुआ मोइत्रा के बचाव में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी उतरे हैं। उन्होंने समिति की कार्यवाही की समीक्षा की मांग की है। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले की बहरामपुर सीट से सांसद अधीर रंजन चौधरी ने इस बाबत लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है। ओम बिरला को पत्र लिखकर उन्होंने कार्यवाही पर समीक्षा की मांग की है।

महुआ के समर्थन में उतरे अधीर रंजन चौधरी

अधीर रंजन चौधरी ने इस बाबत कहा कि संसद से निष्कासित करने की कार्रवाई एक बड़ी सजा है। महुआ मोइत्रा के खिलाफ एक्शन लेने के मामले में क्या स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोसीजर का पालन हुआ है? क्या रुपये के लेन-देन के बारे में मनी ट्रेल को स्थापित किया जा सका है? बता दें कि समिति की रिपोर्ट को आचार समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर सदन के पटल पर रखेंगे। समिति ने 9 नवंबर को 6 और 4 के बहुमत से पैसे लेकर प्रश्न पूछे जाने के मामले में महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करते हुए रिपोर्ट को स्वीकार किया था।

महुआ पर क्या है आरोप?

बता दें कि अगर इसे अमल किया जाता है तो महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता खतरे में पड़ सकती है। बता दें कि महुआ के खिलाफ कार्रवाई को लेकर विपक्षी दल के 4 सांसदों ने असहमति में वोट दिया। हालांकि कांग्रेस सांसद परिणीत कौर ने महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने के पक्ष में मतदान किया था। बता दें कि परिणीत भी फिलहाल कांग्रेस से निलंबित हैं। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत ने महुआ पर संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगाया था। इस शिकायत के आधार पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ पर आरोप लगाया कि महुआ कैश और महंगे गिफ्ट लेकर सवाल पूछती हैं।