आगामी 24 दिसंबर को वाराणसी में प्रस्तावित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की रैली स्थगित कर दी गई है। जगह नहीं मिलने के कारण जेडीयू को अपनी रैली स्थगित करनी पड़ी है। रैली के स्थगित होने के बाद इसको लेकर सियासत तेज हो गई है। जेडीयू का आरोप है कि बीजेपी नीतीश के डर से इसलिए यूपी रैली के लिए जगह नहीं दी गई। जेडीयू कोटे के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि बीजेपी बिना मैदान में आए ही खुद को पहलवान घोषित कर रही है, जो ठीक नहीं है।
सीएम नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले मंत्री अशोक चौधरी ने वाराणसी में जेडीयू की रैली स्थगित होने पर कहा कि काफी कम समय में हमलोग को कार्यक्रम करना था। हमलोग कार्यक्रम करना चाहते थे लेकिन जगह नहीं मिलने के कारण रैली को स्थगित करना पड़ा। अब जनवरी के महीने में रैली आयोजित की जाएगी। रैली के लिए यूपी की बीजेपी सरकार द्वारा जगह नहीं दिए जाने पर उन्होंने कहा कि बिना मैदान में आए खुद को पहलवान बताना ठीक नही है। रामगढ़ में जेडीयू की रैली है, जहां-जहां जेडीयू मजबूत होगा वहां हमारे गठबंधन के साथी भी मजबूत होंगे।
वहीं संसद में चूक मामले पर मंत्री ने कहा कि संसद पर आतंकी हमले के बरसी के दिन सुरक्षा में चूक हुई जो चिंता का विषय है। जो लोग सरकार से सवाल पूछ रहे हैं, इसका जवाब गृह मंत्री को देना चाहिए। पार्लियामेंट के एमपी को निकाला गया उससे अच्छा होता कि बैठ कर एक मीटिंग होनी चाहिए थी। पार्लियामेंट किसी एक पार्टी का नहीं बल्कि पूरे देश का है। वहीं पुनौराधाम स्थित मां जानकी की मंदिर का जीर्णोद्धार पर अशोक चौधरी ने कहा कि बीजेपी के लोगों को प्रसन्न होना चाहिए। देश सीताराम से चलता है, सिर्फ राम को याद करना ठीक नहीं। बीजेपी में घटिया मानसिकता के लोग मौजूद हैं।
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