Share

राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा जीतन राम मांंझी जी भले ही एनडीए में है, लेकिन उन्होंने महागठबंधन का हिस्सा होने के लिए एक आवेदन इधर भी दे रखा है. हो सकता है कि चुनाव आते-आते आप लोग देखेंगे कि जीतन राम मांझी महागठबंधन का हिस्सा हो सकते हैं. क्योंकि वे एनडीए में अपमानित महसूस कर रहे हैं और उनका दिल महागठबंधन में ही है।

जीतन राम मांझी को नीतीश-लालू ने दिया सम्मान

मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव ने बड़ा सम्मान दिया. नीतीश ने तो मुख्यमंत्री ही बना दिया था. इससे बड़ा सम्मान और क्या हो सकता है. एनडीए में उनकी पार्टी हम को कितना सीट मिलेगा, यह स्पष्ट नहीं है।

‘यदि एनडीए में जीतन मांझी की पार्टी को लोकसभा की 10 सीटें मिलती है, तो कहेंगे कि ठीक है, सम्मान मिला, लेकिन देखें तो बीजेपी के साथ जो भी सहयोगी बना, उसका बुरा हश्र हुआ है. हमारे यहां महागठबंधन में सम्मान के लिए सहयोगियों को हाथ और गले नहीं लगाए जाते, बल्कि दिल मिलकर गठबंधन किया जाता है.”-मृत्युंजय तिवारी, प्रवक्ता, राजद

‘बीजेपी का जो सहयोगी बना वही पार्टी टूटी’

राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी की सहयोगी जो पार्टी बनती है, बीजेपी उसे ही तोड़ देती है. चिराग की झोपड़ी को तोङ दिया. चिराग को कितनी सीट मिलेगी, यह अभी स्पष्ट नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा एनडीए में जाकर फंस गए हैं. इस तरह एनडीए में जाने वाले सहयोगियों की दुर्दशा हो जाती है. हमें इस पर ज्यादा चर्चा नहीं करनी है, बल्कि हमें नीतीश- तेजस्वी की सरकार में जो विकास का काम हुआ है, उसी पर चर्चा करनी है. लाखों को नौकरियां दी गई है।

राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा के दिन दीपक जरूर जलाएंगे

वहीं, अयोध्या में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन दीपक जलाए जाने के सवाल पर राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी भड़क उठे. उन्होंने कहा कि क्यों नहीं जलायेगें? रोज तिलक लगाते हैं, पूजा करते हैं. क्या इसके लिए सर्टिफिकेट देना पड़ेगा? उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘राम नाम जपना हिंदू का वोट लेना अपना’ कह कर भी व्यंग्य किया।


Discover more from The Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts to your email.

Discover more from The Voice Of Bihar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading