महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर संजय राउत ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि देखते रहिए ना, 22 जनवरी के बाद भारतीय जनता पार्टी प्रभु श्रीराम को भी चुनाव का प्रत्याशी बना देग। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया एलायंस के गठबंधन को लेकर भी शिवसेना यूबीटी नेता ने बड़ा दावा किया और कहा कि उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें हैं। बीते शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ बैठक हुई जिसमें यह लगभग तय कर किया गया है कि एनसीपी किन-किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इस दौरान बैठक में जयंत पाटिल और जीतेंद्र अव्हाड शामिल रहे।

संजय राउत ने कहा कि मातोश्री पर शरद गुट एनसीपी के महाराष्ट्र अध्यक्ष जयंत पाटील और जितेंद्र अव्हाड आए थे।.बात ऐसी है कि महाराष्ट्र में महा विकास अघड़ी में सीट शेयरिंग स्पष्ट है।.उत्तर प्रदेश के बाद सबसे बड़ा राज्य सीटों के मामले में महाराष्ट्र है, जहां 48 सीटे हैं तो यह एक बड़ा आंकड़ा है। जो सीट शेयरिंग होनी चाहिए और जो पार्टी की सीट पर चुनाव जीत सकती है लड़ सकती है। उसका दावा उसी सीट पर रहेगा, इसमें कही कोई फार्मूला नहीं है।

इंडिया एलायंस में नहीं है कोई दिक्कत

देश में इंडिया आघाड़ी का एक ही फार्मूला है तो जो जीतेगा वह लड़ेगा। महाराष्ट्र में भी इसी फार्मूले पर हम काम कर रहे हैंं। यह भी समझना चाहिए कि कांग्रेस की कोई ताकत वाले इलाके हैं वहां सिर्फ कांग्रेस जीत सकती है। यहां सिर्फ शिवसेना जीत सकती है। तो ऐसे में हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। जो खबरें उड़ रही हैं वह सरासर गलत हैं। दोनों पार्टी में बहुत सहमति से सीट शेयरिंग के बारे में चर्चा चल रही है। प्रकाश आंबेडकर के बारे में भी चर्चा चल रही है और जल्द ही हम ऐसे नतीजे पर पहुंचेंगे कि महाराष्ट्र में एक आदर्श फार्मूला क्या होगा।

मैंने यह कभी नहीं कहा कि कांग्रेस जीरो है। मैंने कहा है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस है और कांग्रेस के नेता हैं। कांग्रेस पार्टी का हमारे साथ गठबंधन है और रहेग। इतना ही मैंने कहा कि कांग्रेस के पास आज एक भी सांसद नहीं है और हमारे पास 18 थे उसमें से कुछ चले गए। एनसीपी के पास चार या पांच थे, उसमें से एक-दो लोग चले गए और अभी कांग्रेस के पास कुछ नहीं है। हम लगभग 40 सीट जीत पाएंगे, इतनी हमारे पास ताकत है। जिसमें कांग्रेस का भी एक बड़ा योगदान रहेगा।

किसकी पार्टी का कौन होगा अध्यक्ष, ये तो पार्टी तय करेगी

मुझे लगता है वह सर्वोच्च नेता है उनके नाम पर वह पार्टी चल रही है और पार्टी का अध्यक्ष किसको बनना है किसको नहीं बना है यह पार्टी की कार्यकारिणी तय करती है। दिल्ली में पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक हुई है और नीतीश जी को अध्यक्ष पद के लिए चुना गया है तो दूसरों को पेट में दर्द होने का कारण क्या है? वह नीतीश कुमार की पार्टी है। शिवसेना में किसको अध्यक्ष करना है, वह शिवसेना तय करेगी और कांग्रेस पार्टी का कौन अध्यक्ष होगा यह कांग्रेस तय करेगी।


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