बीपीएससी नियोजित शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग के द्वारा एक फरमान जारी किया गया है और अगर उन्होंने समय रहते यह काम नहीं करवाया तो उनकी नौकरी भी जा सकती है. ऐसे में आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ऐसा कौन सा काम है जो शिक्षकों को कर लेना चाहिए. दरअसल, शिक्षा विभाग के द्वारा सभी नियोजित शिक्षकों के लिए एक फरमान जारी किया गया है. जिसमें कहा गया है कि 15 जनवरी तक सभी नियोजित शिक्षकों के थंब इंप्रेशन का पुनर्सत्यापन कराया जाना है.

3 जनवरी से इसकी शुरुआत की गई है तथा विगत दिनों सभी प्रखंड के शिक्षकों को इसमें बुलाया गया है. सभी शिक्षकों को कहा गया है कि वह शिक्षा भवन जाकर अपने थंब का इंप्रेशन देकर उसका पुनर सत्यापन कर लें.

पहले 15 जनवरी से किया जाना था यह काम

गौरतलब है कि इससे पहले शिक्षा विभाग के द्वारा 15 जनवरी से पुनर्सत्यापन का काम करने के बाद कही गई थी. लेकिन बाद में इसे संशोधित कर 2 जनवरी से करने का निर्देश दिया गया था. बिहार के कई जिलों में यह काम शुरू भी हो चुका है. लेकिन जमुई में तीसरे दिन भी पुनर्सत्यापन का काम शुरू नहीं हो पाया है. इसके तहत सभी शिक्षकों के साथ-साथ सभी विद्यालय प्रधान और प्रभारी प्रधानाध्यापक को भी कार्यालय पहुंचने का निर्देश दिया गया था और इसके तहत जिले के 1485 बीपीएससी नियोजित शिक्षकों के थंब इंप्रेशन का पुनर्सत्यापन कराया जाना था.

गौरतलब है कि ऐसी बातें सामने आती रहती हैं कि शिक्षक नियोजन में अभ्यर्थी की जगह पर किसी अन्य अभ्यर्थी की बहाली कर दी गई है और इसे लेकर पूर्व में भी शिक्षा विभाग के द्वारा एक निर्देश जारी किया गया था और एक पत्र निकालकर सभी शिक्षक अभ्यर्थियों के दस्तावेज और मूल दस्तावेज का मिलन किया गया था. जिसके बाद अब थंब इंप्रेशन के मिलान और उसके पुनर्सत्यापन को लेकर निर्देश जारी किया गया है.

जमुई जिला में नहीं हो पा रहा है पुनर्सत्यापन का काम

पुनर्सत्यापन को लेकर शिक्षा विभाग के द्वारा अलग-अलग दिनों में अलग-अलग प्रखंडों के लिए दिन निर्गत किया गया है. इसके तहत 3 जनवरी को बरहट, 4 जनवरी को गिद्धौर और 5 जनवरी को अलीगंज प्रखंड के नियोजित बीपीएससी शिक्षकों के थंब इंप्रेशन का पुनर्सत्यापन कराया जाना था. परंतु पिछले तीन दिनों से जमुई में थंब इंप्रेशन का काम नहीं हो पा रहा है. हालांकि जिला शिक्षा पदाधिकारी कपिलदेव तिवारी का कहना है कि अभी तक विभाग के द्वारा जमुई जिले को लॉगिन आईडी और पासवर्ड ही नहीं दिया गया है.

इसके कारण यह काम नहीं शुरू हो पाया है, परंतु इसका असर शिक्षकों पर देखने को मिल रहा है. प्रत्येक दिन सुबह होते ही शिक्षक शिक्षा भवन पहुंच रहे हैं लेकिन थंब इंप्रेशन के पुनर्सत्यापन का काम नहीं होने के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है. ऐसे में देखना यह भी है कि कब तक शिक्षा विभाग के द्वारा इस मामले में पहला किया जाता है और जिले में पुनर्सत्यापन का काम शुरू किया जाता है.


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