पिछले कई दिनों से दिल्ली में बाढ़ की वजह से हाहाकार मचा हुआ है। बाढ़ की वजह से हजारों लोग परेशान हैं। इतनी भयानक बाढ़ की आशंका सरकार और आम आदमी किसी को भी नहीं थी। बाढ़ ने यमुना नदी के किनारे बसे हजारों लोगों सड़कों पर जीवन यापन करने को मजबूर कर दिया। पिछले कई दिनों से दिल्ली समेत समूचे उत्तर भारत में जमकर बारिश हुई, जिससे यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया। इसी वजह से दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। हालांकि रविवार देर रात यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया। जानकारी के अनुसार, रात 11 बजे दिल्ली में यमुना का जलस्तर 205.5 मीटर दर्ज़ किया गया।
बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए सीएम ने किया ऐलान
वहीं इससे पहले रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत देने का ऐलान किया। अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा कि यमुना किनारे रहने वाले कई बेहद गरीब परिवारों का काफ़ी नुक़सान हुआ है। कुछ परिवारों का तो पूरे घर का सामान बह गया। सीएम ने ऐलान करते हुए कहा कि सरकार आर्थिक मदद के तौर पर हर बाढ़ पीड़ित परिवार को दस हज़ार रुपये प्रति परिवार देंगे। इसके साथ ही जिनके काग़ज़ जैसे आधार कार्ड आदि बह गये, उनके लिए स्पेशल कैंप लगाए जायेंगे। वहीं इस बाढ़ में जिन बच्चों की ड्रेस और किताबें बह गयीं, उन्हें स्कूलों की तरफ़ से ये दिलाए जाएंगे।
बता दें कि दिल्ली में लगभग 5 दशकों बाद यमुना नदी का जलस्तर इतनी ऊंचाई तक पहुंचा है। भयानक बारिश और नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। घरों में पानी घुस गया। इसके साथ जिन लोगों के यमुना के किनारे मकान और झोपडियां थीं वह पूरी तरह से बर्बाद हो गए। इसके बाद तमाम लोग सड़कों पर बसे हुए हैं।
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