500 वर्षों की तपस्या आखिरकार आज पूरी हो गयी। वो दिन आज आ गया जब भगवान श्रीराम अयोध्या के भव्य मंदिर में विराजमान हो गए। आज पूरे विधि विधान के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गयी। एक तरफ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी तो वही पटना के एक अस्पताल में इसी मुहूर्त में डिलीवरी हो रही थी। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन इस नर्सिंग होम में 37 बच्चों का जन्म हुआ। डिलीवरी के लिए परिजन आज के दिन का ही इंतजार कर रहे थे।

मुहूर्त में बच्चे के जन्म की प्रथा बिहार से शुरू हुई है। पटना के शिवम हॉस्पिटल से इसकी शुरुआत की गयी। इस बात की जानकारी डॉ. सारिका राय ने दी। उन्होंने बताया कि जिस महिला का डिलीवरी 7 दिन पहले या 7 दिन बाद होने वाला था। उन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन डिलीवरी कराये जाने की इच्छा जतायी थी। ऐसे तीन दर्जन महिलाएं उनके नर्सिंग होम में एडमिट हुई थी जो चाह रही थी कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन और उसी मुहूर्त में उनके बच्चे का भी जन्म हो। उन्होंने मरीज की इच्छा को पूरा किया। कुल 37 बच्चों का जन्म उनके नर्सिंग होम में हुआ है जिसमें 18 लड़की है और 19 लड़का है। इनमें जुड़वा दो बच्चे हैं।

सारिका ने बताया कि इस दिन का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। जिस दिन आयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई उसी दिन इन बच्चों का भी उसी मुहूर्त में जन्म हुआ। लोग यह चाहते थे कि 22 जनवरी को उनके बच्चे का भी जन्म हो। 37 में से 6 को छोड़ बाकि का डिलीवरी नॉर्मल हुआ है। ये दिन दोबारा नहीं आने वाला है। इसलिए इन लोगों ने ऐसा किया है। ये बच्चे खुशनसीब है कि जो आज के दिन जन्म लिये हैं। लोग इस दिन का इंतजार कर रहे थे कि उनका बच्चा इसी दिन जन्म ले। मरीज और मरीज के परिजनों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है।

बता दें कि 22 जनवरी के दिन आयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा धूमधाम से की गयी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। इस भव्य समारोह का साक्षी पूरा देश बना।

प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी, सीएम योगी समेत देश के तमाम दिग्गज नेता और अभिनेता समेत अन्य लोग मौजूद रहे। प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने संतों और प्रतिष्ठित हस्तियों समेत सात हजार से ज्यादा लोगों की सभा को संबोधित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सदियों की प्रतिक्षा के बाद आज हमारे राम आ गए हैं। त्याग और तपस्या के बाद हमारे राम आ गए हैं। इस शुभ घड़ी की सभी समस्त देशवासियों को मेरी बधाई। उन्होने कहा कि हमारे रामलला अब टेंट में नही रहेंगे बल्कि अब रामलला दिव्य मंदिर में रहेंगे।


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