पटना से गया के बीच 13 जगहों पर धीमी करनी पड़ी, कोडरमा के बाद जानवर से फिर टकराई ट्रेन, पीजी लाइन पर जगह-जगह 20, 30 और 40 किमी प्रतिघंटे रही स्पीड, तीन बार लगाई गई इमरजेंसी ब्रेक, जांचा गया ट्रेन कितनी दूरी पर रुकती है, आवाजाही में हटिया में 16 मिनट और पटना में पांच मिनट लेट रही।

दूसरे ट्रायल रन में भी ट्रेन की राह में कोडरमा से आगे पद्मा और कागा स्टेशन के बीच किमी 43/13 पर जानवर से ट्रेन टकराई। वहीं बरकाकाना के पास ट्रैक पर जानवर टहलते रहे। दूसरे ट्रायल रन के दौरान चालक दल ने तीन बार इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। इस दौरान यह भी परखा गया कि अगर यात्रियों से भरी ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोकने की नौबत आई तो यह कितनी देर से कितनी दूरी पर रुकेगी। इस बार बिना यात्रियों के इमरजेंसी ब्रेक डिस्टेंस 630 मीटर, 490 मीटर और 710 मीटर रहा।

वंदे भारत अधिकतम 130 व औसत 62 किमी प्रतिघंटे रही रफ्तार

दूसरे ट्रायल रन के बाद पटना से हटिया के बीच वंदे भारत चलने को अब पूरी तैयार है। 27 जून को इस ट्रेन का विधिवत उद्धाटन होना। इससे पहले 18 जून को दूसरा ट्रायल रन कर कर्मचारियों को नई ट्रेन और नये ट्रैक से पूरी तरह परिचित कराया गया।

पटना से हटिया जाने और हटिया से पटना आने के बीच दो बार के अनुभवों के आधार पर गति सीमा निर्धारण, रास्ते के संभावित अवरोध और आपात ब्रेक लगाने पर ट्रेन कितनी दूर जाकर रुकेगी, इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। सामान्य परिचालन के दिनों में दो बार के अनुभवों से मिले फीडबैक को आधार बनाकर अंतिम रूप से परिचालन योजना बनाई जा रही है। दूसरे ट्रायल रन की निरीक्षण रिपोर्ट के अनुसार इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन की रफ्तार अधिकतम 130, न्यूनतम 20 और औसत 62 किमी प्रतिघंटे रही। संभावित खतरा काउ प्रोन जोन में ट्रैक पर जानवर टहलते मिले। एक जगह ट्रेन के जानवर के टकराने की रिपोर्ट हुई है। इस बाबत राजेन्द्रनगर कोचिंग कॉम्प्लेक्स को पर्याप्त संख्या में इंजन नोज उपलब्ध कराये गये हैं।


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