जी-20 सम्मेलन से पहले एक तरफ पूरी दिल्ली में उत्साह नजर आ रहा है, वहीं सियासी गलियारों में इस सम्मेलन की तैयारियों को लेकर एक नया विवाद शुरू हो गया है। बीजेपी की दिल्ली इकाई ने मंगलवार को अरविंद केजरीवाल सरकार पर जी-20 की तैयारियों का श्रेय लेने का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि केजरीवाल सरकार जिन कार्यों का श्रेय लेने का दावा कर रही है उसमें से ज्यादातर काम केंद्र सरकार द्वारा किए गए हैं।
भाजपा के आरोप पर आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार के मंत्रियों द्वारा जी-20 की तैयारियों का श्रेय लेना शर्मनाक है। सचदेवा ने ‘आप’ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यदि केजरीवाल सरकार को श्रेय लेना है, तो उन्हें मिड डे मील खाने से बच्चों के बीमार होने और अपनी पार्टी के पार्षद के पति के भ्रष्टाचार का श्रेय लेना चाहिए।’’
किसने कितना खर्च किया?
सचदेवा ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने अब तक जी-20 के लिए 4,064 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जबकि केजरीवाल सरकार ने केवल 51 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। सचदेवा ने दावा किया कि दिल्ली पुलिस सुरक्षा पर 340 करोड़ रुपये और डीडीए सौंदर्यीकरण पर 18 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने 60 करोड़ रुपये का खर्च किया है।
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली सरकार के अधीन लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) 45 करोड़ रुपये और छह करोड़ रुपये खर्च किए हैं। दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दावा किया कि केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने छह महीने पहले केजरीवाल सरकार को 700 करोड़ रुपये दिए थे, जिसमें से उसने केवल 45 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
बिधूड़ी ने केजरीवाल को इस बात पर सार्वजनिक बहस के लिए भी आमंत्रित किया कि शहर के सौंदर्यीकरण पर कौन कितना काम कर रहा है।
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