केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की झंझारपुर में शनिवार को होने वाली रैली को लेकर बिहार में सियासत चरम पर है। मुख्यमंत्री तीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने शाह के दौरे को लेकर बीजेपी पर 11 सवाल दागे हैं। जेडीयू का कहना है कि अमित शाह इस बार झूठ का पुलिंदा फाड़ने की बजाय झंझारपुर से कुछ नया बोलकर जाएं, तो बेहतर होगा।

जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि चुनावी पर्यटन पर शनिवार को बिहार आ रहे अमित शाह अपनी हर रैली में एक ही बात बोलकर चले जाते हैं। राज्य सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार करने और अपनी पीठ खुद थपथपाने के अलावा उनके भाषण में कुछ और नहीं रहता। उन्होंने गृहमंत्री से गुजारिश की है कि वे इसबार कुछ नया बोलकर जाएं।

उन्होंने कहा कि गृहमंत्री को समझना चाहिए कि बिहार की जनता उनके भाषणों में एक ही बात सुन-सुन कर अब बोर हो चुकी है। इसलिए पैसे खर्च करने के बाद भी उनकी रैलियों में भीड़ नहीं जुटती।

जेडीयू ने पूछा कि अमित शाह बताएं 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वादा अब तक पूरा क्यों नहीं हुआ? हर साल 2 करोड़ युवाओं को नौकरी देने के वादे का क्या हुआ? कच्चे तेल की कीमत में रिकॉर्ड गिरावट के बाद भी पेट्रोल-डीजल के दाम क्यों कम नहीं हुए? उज्ज्वला योजना के फेल होने का जिम्मेवार कौन है? ईडी, सीबीआई के छापे सिर्फ विपक्षी नेताओं पर क्यों पड़ते हैं? देश में सिर्फ अदानी – अंबानी जैसे अमीरों की आमदनी क्यों बढ़ रही? मणिपुर हिंसा के आरोपियों को स्पीड ट्रायल से सजा क्यों नहीं हो रही है ? नमामि गंगे परियोजना में करोड़ों खर्च करने के बाद भी गंगा नदी साफ क्यों नहीं हो रही है ? भारत की जमीन को चीन के कब्जे से मुक्त करने के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए?