राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को पटना के बापू सभागार में बिहार के चौथे कृषि रोड मैप का शुभारंभ किया. इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि वह भी बिहारी ही हैं. दरअसल, ओडिशा मूल की द्रौपदी मुर्मू के सम्बोधन के पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्बोधन किया. इस दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि ओडिशा भी कभी बिहार का ही हिस्सा रहा था. उन्होंने बिहार और ओडिशा के बीच के इस संबध को राष्ट्रपति को स्मरण कराते हुए उनसे बिहार आते रहने का अनुरोध किया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने सम्बोधन में इसी का जिक्र करते हुए कहा कि वे भी बिहारी ही हैं. उनके पूर्वजों का नाता भी इसी भूमि से रहा है. उन्होंने बिहार के लोगों को अपना भाई-बहन बताते हुए कहा कि वह यहां आती रहेंगी. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश ने मुझे बार बार बिहार आने कहा है. मैं यहां जरुर आऊँगी क्योंकि यह भी मेरा राज्य है. उन्होंने कहा कि बिहार के होने के नाते वह भी चाहती हैं कि राज्य का पूरा विकास हो.
इसके पहले उन्होंने राज्य के चतुर्थ कृषि रोडमैप की सराहना की. बिहार की संस्कृति और यहां के लोगों से करीब से वाकिफ हूं. झारखंड की राज्यपाल रहते हुए मुझे बिहार और झारखंड की सभ्यता और संस्कृति को बेहतर ढंग से जानने का अवसर मिला था. वहीं मेरा गृह जिला ओडिशा भी बिहार से जुड़ा है. ऐसे में मुझे लगता है मैं भी अपने आप को बिहारी कह सकती हूं.
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