SKMCH में 2023 बैच के पारा मेडिकल के एक छात्र से रैगिंग करना सीनियर्स को महंगा पड़ा। छात्र ने एंटी रैगिंग की वेबसाइट पर इसकी शिकायत की थी। वहां से इस मामले से प्राचार्य को अवगत कराया गया और जांच कर कार्रवाई करने को कहा गया।
इसके आलोक में गुरुवार को एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई। इसमें प्राचार्य डॉ. आभा रानी सिन्हा और पैरामेडिकल की इंचार्ज सह एनाटोमी की विभागाध्यक्ष डॉ. शोभा समेत अन्य विभागों के अध्यक्ष शामिल हुए। पांच सदस्यीय टीम ने आरोपित और पीड़ित छात्र को बुलाया। आमने-सामने पूछताछ कर घटना की जानकारी ली गई।
पूरा बैच सात दिन के लिए सस्पेंड
इसके बाद सर्वसम्मति से 2022 बैच के 70 पैरामेडिकल छात्रों के बैच को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया। बैठक के दौरान पीड़ित छात्र ने सीनियर्स पर मारपीट करने का भी आरोप लगाया। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई।
बताया गया कि वर्ष 2023 बैच के एक पारा मेडिकल छात्र ने शिकायत की थी कि उसके सीनियर्स उसे परेशान करते हैं। लैबोरेटरी में जाने पर उसके साथ रैगिंग की जाती है। इस कारण वह ठीक से पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाता है। रैगिंग नहीं करने को लेकर वह लगातार अनुरोध करता रहता है, लेकिन कोई उसकी नहीं सुनता। इस कारण वह मानसिक रूप से परेशान है।
पूर्व में भी हो चुकी कार्रवाई
करीब एक माह पहले भी SKMCH में एमबीबीएस के छात्र ने सीनियर्स के खिलाफ रैगिंग की शिकायत की थी। इसके बाद एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई और करीब सौ छात्रों को 15 दिन के लिए कॉलेज से निलंबित कर दिया गया था। सभी को छात्रावास खाली करने का आदेश भी दिया गया था।
शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई
प्राचार्य डॉ. सिन्हा ने कहा कि कालेज में रैगिंग को लेकर सख्त हिदायत दी जा चुका है। अगर कोई इस नियम को तोड़कर रैगिंग करेगा तो कार्रवाई की जाएगी। इसमें किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। कॉलेज स्तर से भी लगातार इसकी निगरानी की जाती है। मामला संज्ञान में आते ही त्वरित कार्रवाई की जाती है।
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