तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने राज्य सरकार के 6 सलाहकारों को बर्खास्त कर दिया. जिसमें पूर्व मुख्य सचिव राजीव शर्मा, पूर्व डीजीपी अनुराग शर्मा, पूर्व आईपीएस एके खान, सेवानिवृत्त आईईएस जीआर रेड्डी, सेवानिवृत्त आईएफएस आर शोबा और वीआरएस लेने वाले एक अन्य मुख्य सचिव सोमेश कुमार भी शामिल थे.
मुख्य सचिव शांति कुमारी ने एक सरकारी आदेश जारी कर तीन मुख्य सलाहकारों और तीन सलाहकारों की नियुक्ति को रद्द कर दिया. सलाहकार के रूप में कार्यरत ये सभी सेवानिवृत्त अधिकारी केसीआर के कार्यकाल के दौरान राज्य में सबसे शक्तिशाली माने जाते रहे हैं.
एक्शन में सीएम रेवंत रेड्डी
मुख्यमंत्री बनने के बाद रेवंत रेड्डी लगातार एक्शन में नजर आ रहे हैं. शपथ लेने के बाद से ही वे चुनावी अभियान के दौरान किए वादे को पूरा करने में जुट गए थे. इससे पहले शपथ ग्रहण समारोह के बाद उन्होंने सीएम ऑफिस के चारों ओर लगे लोहे के बैरिकेड्स को हटवाया था, क्योंकि उन्होंने वादा किया था कि सीएम आवास राज्य के सभी लोगों के लिए हमेशा खुला रहेगा.
दो योजनाओं की शुरुआत की
सीएम रेवंत रेड्डी ने शनिवार (9 दिसंबर) को दो योजनाओं की शुरुआत भी की. इनके तहत महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा और गरीबों के लिए 10 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा. ये दोनों योजनाएं कांग्रेस की छह गारंटी का हिस्सा हैं. सीएम रेवंत रेड्डी ने विधानसभा परिसर में उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क, एआईएमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी और कई मंत्रियों की उपस्थिति में दो योजनाओं की शुरुआत की.
चुनावी गारंटियों को जल्द लागू करेगी कांग्रेस
इस अवसर पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा, “कांग्रेस सरकार 100 दिनों के भीतर छह चुनावी गारंटियों को लागू कर तेलंगाना को लोगों के कल्याण और विकास के लिए पहचाने जाने वाला राज्य बनाने का प्रयास करेगी. उन्होंने नौ दिसंबर को तेलंगाना के लिए उत्सव का दिन बताया, क्योंकि इसी दिन वर्ष 2009 में तत्कालीन यूपीए सरकार ने इस राज्य (तेलंगाना) के गठन की घोषणा की थी.”
उन्होंने कहा कि राजीव आरोग्यश्री स्वास्थ्य योजना के तहत गरीबों को 10 लाख रुपये का बीमा मिलेगा.
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