चार दिन तक जिंदगी और मौत के बीच झूल रही सलोनी की मौत हो गई। दारोगा की परीक्षा देने जाने के दौरान ट्रेन में हुई छीना झपटी के दौरान वह चलती ट्रेन से गिर गई थी, जिसमें उसके हाथ-पैर कट गए थे। बाद में उसे इलाज के पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका और आखिरकार दारोगा बनने का सपना लिए उसने दम तोड़ दिया।

वहीं मौत के बाद अब पीएमसीएच की कुव्यवस्था भी सामने आ गई है। बताया गया कि रविवार को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद 38 घंटे तक न तो जांच की गई न ही इलाज शुरू किया गया। मीडिया के दबाव में बाद सलोनी का इलाज पर ध्यान दिया गया, लेकिन हालत बिगड़ती गई और पांचवें दिन उसकी मौत हो गई। बेटी की मौत के बाद पिता प्रमोद पांडेय ने कहा कि डॉक्टरों ने इलाज के दौरान सहयोग किया। इलाज के लिए बाहर से दवा खरीदनी पड़ी। बेटी के शव के पोस्टमॉर्टम के लिए कर्मचारियों ने 200 रुपए लिए।

पूरा मामला मुजफ्फरपुर बेतिया रेल खंड के सुगौली स्टेशन के पास की है जहा पूर्वी चंपारण के पलनमा थाना क्षेत्र के उचीडीह निवासी प्रमोद पाण्डे के पुत्री सलोनी कुमारी सुबह तक़रीबन 5 बजे अपने घर से निकली और भसनाडीह स्टेशन से ट्रेन पड़कर मोतिहारी के लिए निकली जहा से वह अपने फुआ के लडका के साथ पूर्वी चंपारण के तुरकौलिया जाती जहा वह दरोगा बहाली की परीक्षा में शामिल होती लेकिन उसे क्या पता था की उसका यह सपना सिर्फ सपना ही बनकर रह जाएगा और मौत उसे अपने गले लगा लेगी हुआ भी कुछ यूं ही.

पूरे मामले को लेकर जब हमने पीड़ित युवती के भाई से फोन पर बातचीत की तो उन्होंने बताया कि उनकी बहन अपने घर से सुबह 5 बजे निकली थी और पैसेंजर ट्रेन पकड़ कर मोतिहारी जा रही थी जहां से उसे फूआ के लड़के के साथ पूर्वी चंपारण के तुरकौलिया में दरोगा बहाली की परीक्षा में शामिल होना था वही सुगौली स्टेशन के पास वह ट्रेन के गेट के पास बैठी हुई थी और फोन पर किसी से बातचीत कर रही थी इसी दौरान झपट्टा मार गिरोह के कुछ सदस्य उसका मोबाइल छीनकर भागने लगे जिसका उनकी बहन सलोनी कुमारी ने विरोध किया इसी क्रम में उनकी बहन ट्रेन से नीचे गिर गई और अपना पैर और हाथ गवा बैठी।

इस पूरे घटनाक्रम के बाद घायल सलोनी कुमारी के गंभीर हालत को देखते हुए उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है जहां इलाज़ के दौरान उनकी बहन की आज मौत हो गई। वही इस घटना के बाद मृतक सलोनी कुमारी के पूरे परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है तो जहां एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा लगती है। तो वहीं अब बिहार में बेटी सुरक्षित नहीं है तो क्या अब यह मानना सही नहीं होगा कि बिहार में एक बार फ़िर बेटिया सुरक्षित नहीं है

मामले में रेल एसपी ने कहा

वहीं पूरे मामले में मुजफ्फरपुर रेल एसपी डॉक्टर कुमार आशीष ने कहा की इस पुरे प्रकरण को लेकर एसआईटी की टीम लगातार कारवाई में जुटी है। वही अभी तक दर्जनों संदिग्ध लोगो को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया है। एसआईटी को सीसीटीवी में कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं जिसके आधर पर अपराधियो की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है और जल्द ही पुरे मामले का उद्भेदन कर लिया जायेगा।


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