HAJIPUR : लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक बार फिर अपने चाचा पशुपति पारस की मुश्किलें बढ़ा दी है। चिराग ने हाजीपुर से लोजपा (रामविलास) के चुनाव लड़ने की बात फिर से दोहराई है। चिराग ने चुनाव लड़ने के सवाल पर फिर एक बार कहा कि- कितनी बार बोलेंगे, जब तक हम हाजीपुर से नामांकन नहीं कर देंगे तब तक आप लोग नहीं मानिएगा। इसके अलावा चिराग पासवान ने कई मुद्दों पर विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि बंद कमरे में टेबल पर बैठक कुछ भी नहीं होने वाला है।

दरअसल, हाजीपुर के दिग्घीकला में जदयू के प्रदेश महासचिव पंछीलाल राय के आवास पर पहुंचे जमुई सांसद चिराग पासवान ने कहा कि- अगर आज के समय में यदि तीन राज्यों में विपक्षी दलों के गठबंधन को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ तो इसका मुख्य वजह नीतीश कुमार हैं। इन्होंने जो सदन में बातें कही थी उसी वजह से नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयानों पर जो बाकी दलों ने खामोशी रखी उससे महिलाओं का अपमान नहीं हुआ तो और क्या हुआ ? बिहार की विधानसभा में खड़े होकर जिस तरीके से अश्लील शब्दों का इस्तेमाल किया गया। उसके बाद जिस तरह से तमाम गठबंधन दल के नेता खामोश रहते हैं। वह नुकसान का कारण बना और हार का सामना करना पड़ा।

इसके साथ ही उनके नुकसान का कारण बना अनुसूचित जाति से आने वाले वरिष्ठ नेताओं का अपमान करना। जिस तरह जीतन राम मांझी के लिए अशब्दों का इस्तेमाल बिहार की विधानसभा में ही किया। जिसका प्रमुखता से जिक्र भारत के प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी ने हर सभा में किया, उसके बाद भी जिस तरीके से विपक्षी दल के नेता खमोश रहे उससे उनको नुकसान हुआ।

उधर, चिराग ने जातीय गणना के रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि- जिस तरह तीन राज्यों के चुनाव में जीत के संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुलकर स्पष्ट तौर पर यह बात कही है कि ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है। जो समाज में बंटवारे की राजनीति करता हो यह उसी का एक उदाहरण है। बिहार में किस तरीके से जाती है बंद कमरे में टेबल पर बैठकर रिपोर्ट तैयार कर दी गई और किस तरीके से धांधली हुई है कितनी जातियों को इसमें छोड़ा गया है यह हर कोई जानता है।


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