पटना: लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारी को लेकर पटना जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. लगातार बैठक हो रही है. डीएम, एसपी सहित अधिकारी घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं. प्रशासन की ओर से 21 टीम का गठन किया गया है. ये टीम अपने-अपने बांटे गए क्षेत्र में घाटों का मुआयना करेगी और वस्तु स्थिति देखकर वरीय अधिकारियों को अवगत कराएगी।
इस टीम में सेक्टर पदाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी के साथ नगर निकाय के पदाधिकारी, अनुश्रवण पदाधिकारी, नगर अंचलों के कार्यपालक पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंताओं को शामिल किया गया है. अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी द्वारा जिला अंतर्गत सभी घाटों का संयुक्त निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है।
दीघा से दीदारगंज तक लगभग 108 घाट चिह्नित किए गए हैं. पिछले तीन दिनों से आयुक्त, डीएम और एसपी घाटों का पैदल निरीक्षण कर रहे हैं. पटना के चार घाटों को अब तक खतरनाक घोषित किया गया है. पहले नंबर पर मीनार घाट है जहां स्लोपिंग खड़ा है और गहराई ज्यादा है. दूसरे नंबर पर एलसीटी घाट है. यहां गहराई 10 फीट से अधिक है. राजापुर पुल घाट की गहराई भी 10 फीट से अधिक है. चौथे नंबर पर पहलवान घाट है. यहां भी 10 फीट से अधिक गहराई है. इस कारण जिला प्रशासन की ओर से इन घाटों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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