उत्तर प्रदेश की नगरी अयोध्या में भव्य राम मंदिर में प्रभु श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर उत्सव का माहौल है। इस उत्सव की तैयारी को लेकर मां जानकी की जन्मस्थली मिथिला में भी लोग तैयारी कर रहे हैं। मां जानकी की जन्मस्थली बिहार की सीतामढ़ी मानी जाती है। इस कारण इस उत्सव में भाग लेने में बड़ी संख्या में लोग पाहुर (उपहार) लेकर अयोध्या जाने की तैयारी में हैं। ऐसे में जब बेटी के ससुराल में उत्सव हो तो मायके पक्ष में प्रसन्नता होनी स्वभाविक भी है। उपहार को लेकर हर ओर तैयारी चल रही है। कई इलाकों में इस उत्सव को लेकर मंगल गीत गाए जा रहे हैं।
पाग, पान और मखाना के साथ कई उपहार भेजे जाएंगे
राम मंदिर के उद्घाटन समारोह को और खास बनाने के लिए पटना के महावीर मंदिर की ओर से भी तैयारी चल रही है। महावीर मंदिर की ओर से भगवान राम के लिए उनके ससुराल मिथिला का पाग, पान और मखाना के साथ कई उपहार भेजे जाएंगे।
महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि देशभर से अयोध्या पहुंचने वाले भक्तों की संख्या को देखते हुए 15 जनवरी से 15 फरवरी तक सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक राम रसोई चलेगी। राम रसोई अयोध्या में बिहार की खास पहचान बनेगी। राम लला के सामने स्वर्णिम दीपक भी महावीर मंदिर से भेजे गए गाय के घी से जलाया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा से पहले सोने का धनुष-बाण भी अर्पित किया जाएगा।
बिहार से अयोध्या भेजे जाएंगे 100 टन चावल
अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) मंदिर की ओर से 26 जनवरी से 26 फरवरी तक 10 हजार भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया जाएगा। मंदिर के अध्यक्ष कृष्ण कृपा दास ने बताया कि अयोध्या में सुबह से रात तक महाप्रसाद का वितरण होगा। महाप्रसाद के लिए चावल भेजा जा रहा है। बिहार से 10 ट्रक चावल अयोध्या भेजा जाएगा। इसमें करीब 100 टन चावल होंगे। इस दौरान भक्तों को चावल, दाल, सब्जी, पूरी, पकौड़ा, पापड़ समेत अन्य व्यंजन मिलेंगे। इसके लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं लगेगा। इस्कॉन मंदिर की ओर से इस बीच करीब 2 लाख भगवद्गीता का निशुल्क वितरण भी किया जाएगा।
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