पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जिस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 80 फीसद लोग पसंद करते हैं और जिनके नेतृत्व में भारत विश्व की पांचवीं अर्थव्यवथा बन कर जी-20 की अगुवाई कर रहा है, उन्हें अपदस्थ कर देश को राजनीतिक अस्थिरता के हवाले करने के सिवा विपक्षी दलों के पास कोई सकारात्मक मुद्दा नहीं है।
सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस, राजद, जदयू समेत जो भी दल साथ खड़े होने की कोशिश में पटना से मुम्बई तक हाई प्रोफाइल बैठकें कर रहे हैं, वे सब अपने-अपने भ्रष्ट और वंशवादी कुनबे को बचाने के लिए व्याकुल हैं, लेकिन बातें संविधान और लोकतंत्र बचाने की करते हैं।
उन्होंने कहा कि वे केवल इसलिए एक लोकप्रिय प्रधानमंत्री को “नरेटी पकड़ कर” गद्दी से उतारना चाहते हैं कि वह शख्स एक तरफ कालेधन, बेनामी सम्पत्ति और राजनीतिक लोगों के भ्रष्टाचार पर लगातार चोट कर रहा है और दूसरी तरफ 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन, 50 करोड़ गरीबों को जनधन खाता, 15 करोड़ गरीब महिलाओं को उज्ज्वला गैस जैसी सुविधाएँ देकर उनकी गरीबी दूर कर रहा है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष से यह नहीं देखा जा रहा है कि लालू परिवार की 100 करोड़ की सम्पत्ति कैसे जब्त हो गई और तीन करोड़ गरीबों को पक्के मकान कैसे मिल गए ? इससे इनकी छाती फट रही है। उन्होंने कहा कि मुम्बई बैठक में विपक्ष न एक लोगो ( प्रतीक चिह्न) पर सहमति बना पाया, न नीतीश कुमार संयोजक बन पाए। एकजुटता की मुहिम “नौ दिन चले अढाई कोस” का मुहावरा चरितार्थ कर रही है।
Discover more from The Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts to your email.