मकर संक्रांति के मौके पर लालू प्रसाद के दही-चूड़ा भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल तो हुए लेकिन दूरियां साफ नजर आई। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच काफी कम बातें हुई। ऐसा लग रहा था कि सिर्फ लोगों को यह बताने की कोशिश की गई कि महागठबंधन में सबकुछ ठीक है हालांकि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने जेडीयू-आरजेडी के रिश्तों के बीच खटास की बात को सीरे से खारिज कर दिया है।

जेडीयू और आरजेडी के रिश्तों के बीच खटास की बातें हो रही हैं? इस सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि ये सब बेकार की बातें हैं। ये सब कितनी ही दिनों से मीडिया में चल रही है। इस पर बार-बार कोई क्यों सफाई देगा, जिस बात का कोई मतलब ही नहीं है। असल में जब से महागठबंधन बना है, तब से भाजपा घबराई हुई है। जब से लालू प्रसाद और नीतीश कुमार एक साथ आए हैं और जो काम हो रहे हैं उससे बीजेपी के लोग परेशान हैं।

तेजस्वी ने कहा कि बिहार में लाखों लोगों को नौकरियां दी गईं, जातीय गणना हुआ, आरक्षण बढ़ाया गया, बहुत सारे समूहों का मानदेय बढ़ाया गया है, बिहार में निवेश बढ़ रहा है तो लोगो में तो थोड़ा डर तो जरूर हो गया है कि ये लोग अपना वादा पूरा कर रहे हैं। कोई भी कुछ भी कहता रहे इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। वहीं नीतीश कुमार द्वारा इंडी गठबंधन के संयोजक का पद ठुकराने और सीट शेयरिंग में हो रही देरी पर पर तेजस्वी ने कहा कि आपको पता है कि बिहार में कहीं हो भी गया हो, इसकी चिंता आपलोग मत कीजिए।