पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद हुए चंदन कुमार का पार्थिव शरीर सोमवार को नवादा पहुंचा। इससे पहले गया एयरपोर्ट पर शहीद को सेना के जवानों ने सलामी दी। इसके बाद पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग के नवादा के लिए रवाना कर दिया गया। शहीद चंदन का पार्थिव शरीर जैसे ही नवादा शहर में पहुंचा हजारों लोगों की भीड़ शहीद के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ी।
शहीद चंदन कुमार का पार्थिव शरीर नवादा शहर पहुंच गया है, जहां अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोग सड़क के दोनों किनारों पर कतारबद्ध होकर खड़े थे। हाथों में तिरंगा लिए लोग भारत माता जय और जबतक सूरज चांद रहेगा चंदन तेरा नाम रहेगा के नारे लगाते रहे। पूरा मौहोल गमगीन हो गया है। भीड़ को संभालने में पुलिस के पसीने छूट गए। शहीद का पार्थिव शरीर शहर के प्रजातंत्र चौक पहुंच चुका है, यहां से होते हुए पैतृक गांव नारो मुरार पहुचेगा।
दरअसल, बीते 21 दिसंबर की दोपहर करीब साढ़े तीन बजे आतंकवादियों ने सेना की गाड़ियों को उस वक्त निशाना बनाया जब जवानों को ले जाया जा रहा था। पहले से छिपे हुए आतंकवादियों ने सेना की गाड़ियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी थी। इस हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे जबकि गोली लगने से दो जवान घायल हुए थे। शहीद जवानों में नवादा के वारिसलीगंज स्थित नारोमुरार गांव के रहने वाले मौलेश्वर सिंह के बेटे चंदन कुमार भी शामिल थे।
चंदन की शहादत की खबर मिलते के बाद उनके परिवार और गांव में मातम छा गया। बेहद गरीब परिवार से आने वाले शहीद चंदन कुमार की शादी एक साल पहले शिल्पी कुमारी के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद चंदन वापस पूंछ पहुंच गए थे और सीमा पर तैनात थे। 26 वर्षीय चंदन साल 2017 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। परिवार वाले उनके पार्थिव शरीर के आने का इंतजार कर रहे थे। शहीद का पार्थिव शरीर नवादा के वारिसलीगंज स्थित नारोमुरार गांव पहुंचने के बाद पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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