अजमेर की सिविल लाइन थाना पुलिस ने वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत माध्यमिक शिक्षा परीक्षा 2022 में पांच लाख रुपये लेकर परीक्षा देने वाले डमी अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर नकल गिरोह के नेटवर्क के तार जोड़ने की कोशिश कर रही है. यह डमी अभ्यर्भी बाड़मेर का रहने वाला है. इस मामले में पुलिस मूल अभ्यर्थी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. अब डर्मी अभ्यर्थी से सख्ती से पूछताछ की जा रही है.
अजमेर सिटी एडिशनल एसपी मोहम्मद खान ने बताया कि आरपीएससी की ओर से बीते वर्ष 26 दिसंबर को वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत माध्यमिक शिक्षा विभाग परीक्षा का आयोजन किया गया था. इस परीक्षा के दौरान लालसोट निवासी रामप्रसाद मीणा ने परीक्षा दी थी. उसके दस्तावेज भी रिकॉर्ड में दर्ज हैं. उसके बाद दस्तावेजों के सत्यापन की कार्रवाई की गई. पात्रता जांच के दौरान अभ्यर्थी फोटो मिलान किया गया तो मामला गड़बड़ पाया गया.
पात्रता जांच के दौरान अलग व्यक्ति पहुंचा था
इस मामले को लेकर आरपीएससी के अनुभाग अधिकारी नमन शर्मा की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि 26 दिसंबर को आयोजित परीक्षा के दौरान अन्य व्यक्ति द्वारा परीक्षा दी गई और पात्रता जांच के दौरान अलग व्यक्ति पहुंचा है. उसके बाद इस मामले में तफ्तीश शुरू की गई तो सामने आया कि यह परीक्षा डमी अभ्यर्थी द्वारा 5 लाख की रकम लेकर दी गई थी.
बाड़मेर का रहने वाला है डमी अभ्यर्थी
उसके बाद पुलिस ने डमी अभ्यर्थी की तलाश की. जांच पड़ताल के बाद डमी अभ्यर्थी बाड़मेर निवासी हेमेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है. अब डमी अभ्यर्थी हेमेंद्र से पूछताछ की जा रही है. पुलिस इस बात की तहकीकात में जुटी है कि इसमें गिरोह में और कौन-कौन लिप्त है. पुलिस ने मूल अभ्यर्थी रामप्रसाद को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. उल्लेखनीय है कि राजस्थान में बीते चार पांच बरसों में पेपर लीक के कई मामले हुए हैं. पेपर लीक कराने वाले गिरोह भी लाखों रुपये लेकर डमी अभ्यर्थी उपलब्ध कराते हैं.
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