बिहार की सियासत में बयानबाजी का स्तर लगातार गिरता ही जा रहा है। लोकसभा चुनाव के दौरान एक-दूसरे के खिलाफ जहर उगल रहे महागठबंधन और एनडीए के नेता मर्यादा की सभी सीमाएं लांघ रहे हैं। जमुई में एक चुनावी सभा के दौरान तेजस्वी की मौजूदगी में आरजेडी नेताओं ने लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को मां की गाली दे दी। आऱजेडी की सभा में चिराग को गाली देने को लेकर बिहार की सियासत गरम हो गई है।

दरअसल, जमुई में एक चुनावी सभा के दौरान आरजेडी के किसी नेता या कार्यकर्ता ने सरेआम चिराग पासवान की मां के लिए बेहूदा भाषा का इस्तेमाल किया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर गाली-गलौज के इस वीडियो के वायरल होने के बाद बिहार में इसे लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। एक तरफ जहां तेजस्वी इससे एनभिज्ञता जता रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी इसको लेकर हमलावर हो गई है।

बिहार बीजेपी के प्रदेश अक्ष्यक्ष और डिप्टी सीएम स्रमाट चौधरी ने इसकी घोर निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के दलितों के मसीहा दिवंगत रामविलास पासवान की पत्नी और चिराग पासवान की माता जी को आरजेडी की तरफ से जिस तरह से गाली-गलौज की जा रही है, वह अत्यंत अशोभनीय और पीड़ादायक है। इस पर जरूर कार्रवाई होगी और गाली-गलौज करने वाले लोगों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा।

वहीं डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि राजनीति का इस स्तर तक जाना आरजेडी की मानसिकता और उनके संस्कार को दर्शाता है। तेजस्वी के सफाई देने पर विजय सिन्हा ने कहा कि उनकी कथनी और करनी कभी एक समान नहीं रही है। ये वही लोग हैं जिन्होंने बिहार के नौजवानों को पलायन के लिए विवश किया। यहां के उद्योग धंधों को बंद करा दिया। जंगलराज लाने वाले लोग अब गुंडई की भाषा बोल रहे हैं। चुनाव आयोग को इसपर संज्ञान लेना चाहिए।