कहते हैं कि जाको राखे साइयां मार सके ना कोई..यह कहावत आज बाढ़ रेलवे स्टेशन पर चरितार्थ हो गया जहां विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन एक महिला और दो बच्चों के ऊपर से गुजर गई लेकिन एक खरोच तक तीनों को नहीं आई। प्लेटफार्म पर मौजूद यात्री ट्रेन के जाते ही रेलवे ट्रैक पर दौड़े और महिला और उसके बच्चों को प्लेटफार्म पर लेकर पहुंचे। फिलहाल तीनों की हालत सामान्य है।

बताया जाता है कि दिल्ली जाने के लिए पूरा परिवार बाढ़ स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 3 पर पहुंचा था। विक्रमशिला ट्रेन में भारी भीड़ थी। ट्रेन में चढ़ने के दौरान मां और दो बच्चे प्लेटफार्म से नीचे गिर गये। जिसके बाद प्लेटफार्म पर अफरा-तफरी मच गयी। लोग तीनों को बचाने के लिए शोर मचाने लगे। तभी हरी झंडी मिलने के बाद ट्रेन बाढ़ स्टेशन से खुल गयी और प्लेटफार्म के नीचे गिरी महिला अपने बच्चों को लेकर नीचे बैठ गयी। यह सब देख वहां मौजूद लोग भी हैरान रह गये।

ट्रेन की स्पीड अचानक बढ़ गयी और जैसे ही ट्रेन स्टेशन से पार किया तो लोग पटरी पर पहुंच गये और महिला समेत बच्चों को लेकर प्लेटफार्म पर पहुंचे। इन्हें देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सभी यह जानने की कोशिश कर रहे थे कि महिला और बच्चे सुरक्षित हैं या नहीं। लेकिन जब उन्हें पता चला कि महिला और बच्चों को एक खरोच तक नहीं आया है। तब लोगों ने राहत की सांस ली।

वही महिला रेल पुलिस विनीता ने दोनों बच्चों को अपने गोद में लिया और रेल पुलिस अधिकारी को इसकी जानकारी दी। वही इस दौरान महिला का पति रवि अपना बैग छोड़कर ट्रेन से ही कूद पड़े और दौड़ते-दौड़ते बाढ़ स्टेशन पहुंचे जिसके बाद पत्नी और बच्चों को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले गये। वही उनका लगेज ट्रेन में छूट गया जिसकी जानकारी उन्होंने 139 हेल्पलाइन नंबर पर दी। बताया जाता है कि रवि बेगूसराय के रहने वाले हैं।

वो अपने दो छोटे-छोटे बच्चों और पत्नी के साथ विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन से दिल्ली जाने वाले थे उनका रिजर्वेशन बोगी नंबर 8 में था। अपने सीट पर बैठने के लिए परिवार के साथ रवि कोच में घुस ही रहे थे कि तभी अचानक इतनी भीड़ हो गयी और पत्नी सहित बच्चे ट्रेन और प्लेटफार्म के बीचों बीच गिर गये।

जिसके बाद वहां अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी। यात्री ट्रेन में चढ़ने में लगे थे वही कुछ लोग महिला को बचाने के लिए दौड़े तभी ट्रेन खुल गयी और महिला अपने बच्चे के साथ प्लेटफार्म और ट्रेन के बीच फंसी रही। महिला ने हिम्मत से काम लिया वो बच्चों को लेकर इस तरह झूक गई कि किसी तरह का खरोंच तक नहीं आया। महिला ने अपनी और दोनों बच्चों को जान बचा ली।