‘पकड़ौआ विवाह’ या जबरिया जोड़ी के बारे में आपने जरूर सुना होगा। जहां लड़के को जबरदस्ती पकड़ कर, लड़की के साथ शादी कवाई जाती है। इस तरह की शादी का चलन बिहार में 1970-80 के दशक में चलन में आया है। हालांकि, बदलते दौर के साथ अब इस तरह की शादी को ‘सामाजिक बुराई’ कहा जाने लगा है।

लेकिन, इस बीच एक ऐसा ही मामला वैशाली से निकल कर सामने आया है। जहां खरमास के मौसम में भी एक युवक की शादी करवा दी गयी है। इस पर आरोप यह है कि यह अपनी बहन की ननद से प्रेम करता था और प्रेमिका ने जब इस पर शादी का दवाब बनाया तो इसने उससे कुछ समय मांगा  और तत्काल शादी करने से मना कर दिया।

दरअसल, यह पूरा मामला वैशाली जिले के महनार का है। जंहा महनार नगर के स्टेशन रोड स्थित संगत मंदिर में उस समय लोगों की भीड़ जुटने लगी जब एक प्रेमी जोड़े की जबरिया शादी कराने की खबर पूरे नगर क्षेत्र में फैल गई। इस  प्रेमी जोड़े को देखने के लिए सैकड़ो की संख्या में महिला-पुरुषों की भीड़ मंदिर परिसर में उमड़ पड़ी।

बताया जाता है कि,महनार नगर परिषद क्षेत्र के सहदेई बुजुर्ग प्रखंड के बाजितपुर चकस्तूरी वार्ड संख्या 7 निवासी एक युवक की शादी सब्जी मंदिर रोड निवासी एक युवती से जबरदस्ती कर दी गयी है। हालांकि, इन दोनों के बीच बीते 7 सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इन दोनों के बीच यह रिश्ता उस समय बना जब युवक अपनी बहन के ससुराल गया था। उसके बाद दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई। इसके बाद दोनों ने एक दूसरे से अपने प्रेम का इजहार किया।

वहीं, इस मामले में प्रेमिका का आरोप है कि प्रेमी ने उससे शादी का वादा कर परिवार वालो को दूसरे जगह उसकी शादी नही करने दिया और कई बार लड़का अपने घर एवं अन्य जगहों पर उसे घुमाने ले गया।जब लड़की के परिजनों ने लड़का पर शादी का दबाब बनाया तो लड़का शादी करने से इनकार करने करता रहा।

इसी दौरान प्रेमी अपनी प्रेमिका से मिलने पंहुचा। जिसके बाद लड़की के परिजनों ने शादी कराने के लिए दोनो प्रेमी जोड़े को मंदिर में ले आई जिसके बाद लोगों की भीड़ जमा हो गई। जसिके बाद स्थानीय लोगों ने दोनों को बालिग एवं स्वजाति देख मंदिर में शादी करा दिया।