उत्तर प्रदेश के अमरोहा से दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। यहां सर्दी से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सोए एक परिवार के पांच लोगों की दम घुटने से मौत हो गई है।

उत्तर प्रदेश के अमरोहा से दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है. यहां सर्दी से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सोए एक परिवार के पांच लोगों की दम घुटने से मौत हो गई है. जबकि दो लोगों को नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह घटना ढकका मोड़ गांव की बताई जा रही है. घटना की जानकारी देते हुए अमरोहा के जिलाधिकारी राजेश त्यागी ने बताया कि परिवार के लोग रात में पत्थर वाले कोयले की अंगीठी जलाकर सोए थे. इस दौरान कमरे में रईसुद्दीन के परिवार के सात लोग सोए थे. पुलिस जांच में सामने आया है कि कमरें में कोयला जलने से पैदा हुई ऑक्सीजन की कमी के कारण दम घुटने से पांच लोगों की मौत हुई है।

पांच लोगों की मौत होने से पूरे गांव में हड़कंप

एक ही परिवार में पांच लोगों की मौत होने से पूरे गांव में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया, जबकि दो लोगों को नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. जानकारी के अनुसार हादसे में जिन पांच बच्चों की मौत हुई है, उनमें से तीन रईसुद्दीन के थे और दो बच्चे किसी रिश्तेदार के थे।

कमरे की पूरी ऑक्सीजन सोख लेती है कोयले की अंगीठी

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो बंद कमरे में पत्थर के कोयले की अंगीठी जलाए जाने से वो कमरे की पूरी ऑक्सीजन सोख लेती है. दरअसल, आग को जलने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है. ऑक्सीजन का इस्तेमाल होने के बाद कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा अधिक मात्रा में बढ़ जाती है. जिसकी वजह से ऑक्सीजन का स्तर काफी हद तक कम हो जाता है. ऐसा होने पर इंसान का मस्तिष्क प्रभावित होता है. ऑक्सीजन की कमी के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है और इन हालातों में कई बार इंसान की मौत तक हो जाती है।