अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने 13 नवंबर को भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाह सहित तीन खिलाड़ियों को अपने हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है। सहवाग के अलावा इस हॉल फेम में शामिल दूसरे खिलाड़ी श्रीलंका के पूर्व दिग्गज अरविंद डी सिल्वा हैं। वहीं पूर्व भारतीय महिला खिलाड़ी डायन डुडुल्जी को भी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है। इससे पहले भारत की तरफ से सात खिलाड़ियों को आईसीसी ने अपने हॉल ऑफ फेम में शामिल किया था, जिसमें सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ का नाम भी शामिल हैं।
संन्यास के सात साल पूरे होने पर ICC शामिल करता हॉल ऑफ फेम में
वीरेंद्र सहवाग की गिनती वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे खतरनाक ओपनिंग बल्लेबाजों में की जाती थी। सहवाग के नाम आज भी क्रिकेट वर्ल्ड में कई ऐसे रिकॉर्ड दर्ज हैं, जिनको तोड़ पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए बिल्कुल भी आसान काम नहीं है। आईसीसी हॉल ऑफ फेम में किसी भी खिलाड़ी को तब शामिल करती है, जब उसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिए हुए सात साल पूरा जाता है। भारत की तरफ से सहवाग आठवें ऐसे खिलाड़ी हैं जिनको ये सम्मान मिला। वहीं डायना इडुल्जी 9वीं भारतीय खिलाड़ी होने के अलावा पहली भारतीय महिला खिलाड़ी भी हैं। आईसीसी ने अब तक अपने हॉल ऑफ फेम में काफी कम महिला खिलाड़ियों को जगह दी है, जिसमें अब डायना इडुल्जी का नाम भी शामिल हो गया है। भारत की तरफ से अब बिशन सिंह बेदी, सुनील गावस्कर, कपिल देव, अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, वीनू मांकड़ और सचिन तेंदुलकर को ये सम्मान पहले मिल चुका है। आईसीसी हॉल ऑफ फेम में अब तक ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ियों की संख्या सबसे ज्यादा है।
भारत की तरफ से टेस्ट में तिहरा शतक शतक लगाने वाले सहवाग पहले खिलाड़ी
वीरेंद्र सहवाग के इंटरनेशनल क्रिकेट को देखा जाए तो वह बतौर मैच विनिंग खिलाड़ी के रूप में खेलते थे। टेस्ट और लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में उनके खेलने का तरीका बिल्कुल भी नहीं बदलता था। इसी वजह से सहवाग भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में पहला तिहरा शतक लगाने वाले खिलाड़ी बने थे। सहवाग ने अपने अंतरराष्ट्रीयट क्रिकेट में 17000 से अधिक रन बनाए हैं। आईसीसी सहवाग और डायना का सम्मान 15 नवंबर को भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले सेमीफाइनल मैच के दौरान करेगी।
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