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राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने बिहार के कांग्रेस नेताओं से की मुलाकात, इन मुद्दों पर की चर्चा

गैर भाजपाई दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) में सीटों के बटवारे को अंतिम रूप देने के पहले कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने बिहार के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक की है.मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ बिहार के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं की इस बैठक में बिहार कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी मोहन प्रकाश और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह भी शामिल हुए।

इस बैठक में बिहार में कांग्रेस को कितनी सीटें चाहिए, इस पर प्रदेश के नेताओं से राय ली गई. बैठक में डा. अशोक कुमार, प्रेमचंद्र मिश्रा समेत दर्जन भर कांग्रेस नेताओं ने भाग लिया. इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई।

बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लोक सभा चुनाव संबंधित तैयारियों को लेकर बिहार कांग्रेस नेताओं से चर्चा हुई. बिहार में महागठबंधन सरकार मजबूती से बिहार के लोगों को आशा के अनुरूप काम कर रही है. हम सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्ध हैं. बिहार की तरक्की, खुशहाली और अमन-चैन के लिए कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता पूरी मेहनत से जन-जन तक जाने को और बिहार के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप खरा उतरने को तत्पर है।

बता दें कि पिछली दफा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की नौ लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था. उस समय पार्टी का तालमेल राजद के साथ था. इस बार भी कांग्रेस इंडिया गठबंधन के घटक दलों के साथ बिहार में सम्मानजनक सीटें चाहती है. माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन की अगली बैठक के पूर्व सीटों के बंटवारे का मसला सुलझा लिया जायेगा।

14 जनवरी से शुरू होगी भारत न्याय यात्रा, इस बार मणिपुर से मुंबई तक चलेंगे राहुल गांधी

भारत जोड़ो यात्रा के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी नए साल में भारत न्याय यात्रा शुरू करेंगे। यह 14 जनवरी से मणिपुर से शुरू होकर 20 मार्च को मुंबई में खत्म होगी। इस दौरान यात्रा 16 राज्यों को कवर करेगी। राहुल बस और पैदल 6 हजार किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा करेंगे।

कांग्रेस की भारत न्याय यात्रा 14 जनवरी से शुरू होगी. राहुल गांधी इस बार मणिपुर से मुंबई तक चलेंगे. केसी वेणुगोपाल ने बताया कि यह यात्रा 6200 किलोमीटर की होगी. 14 जनवरी से 20 मार्च तक ‘भारत न्याय यात्रा’ होगा.कांग्रेस की भारत न्याय यात्रा 14 जनवरी से शुरू होगी. राहुल गांधी इस बार मणिपुर से मुंबई तक चलेंगे. केसी वेणुगोपाल ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह यात्रा 6200 किलोमीटर की होगी. 14 जनवरी से 20 मार्च तक ‘भारत न्याय यात्रा’ होगा. कांग्रेस की यह न्याय यात्रा कुल 14 राज्यों से होकर गुजरेगी. असम, नागालैंड, मेघालय, बिहार, झारखंड, बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, यूपी, राजस्थान, गुजरात होते हुए मुंबई पहुंचेगी. बताया जा रहा है कि बस से यात्रा होगी, कहीं कहीं पैदल भी होगा.

राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब भारत न्याय यात्रा करेंगे। इस संबंध में आज दिल्ली कांग्रेस कार्यालय से जयराम रमेश व केसी वेणुगोपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह यात्रा 14 जनवरी से शुरू होकर 20 मोर्च को समाप्त होगी, जो कि मणिपुर से मुंबई के बीच होगी। इस यात्रा में राहुल गांधी तीन मुद्दों को लेकर चलेंगे, जिसमें आर्थिक न्याय, सामाजिक न्याय व राजनीतिक न्याय शामिल है। इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ कई बड़े नेता भी शामिल होंगे।

 

जगदानंद सिंह का भाजपा पर हमला :बोले – संविधान व विधान से मतलब नहीं

राजद कार्यालय में अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि आज देश में संविधान और धर्म निरपेक्षता पर हमला किया जा रहा है। इससे हमें सचेत रहने की आवश्यकता है।

भाजपा को निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्हें संविधान और विधान से मतलब नहीं है। बल्कि सत्ता कैसे मिले इसके लिए लगातार नफरत का माहौल खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हमें गोलबंद होकर मुल्क, संविधान, लोकतंत्र, भाईचारा और एकता के लिए काम करना चाहिए। मौके पर राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज को वोट के लिए टारगेट किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रधान महासचिव ने प्रकोष्ठ के सभी प्रदेश पदाधिकारियों को प्रमाण-पत्र, पार्टी का प्रतीक, गमछा और लालू प्रसाद के विचारों से संबंधित गोपालगंज टू रायसीना पुस्तक देकर सम्मानित किया। मौके पर डॉ. नवाज आलम, एजाज अहमद, मो. गुलाम रब्बानी, प्रमोद कुमार राम, सरदार अमरेंदर सिंह उर्फ संजू, राजउर रहमान अंसारी, नैयर अहमद, डॉ. पवन अग्रवाल, मो. आसिफ मौजूद थे।

लैंड फॉर जॉब मामले में 27 दिसंबर को ED के सामने पेश नहीं होंगे लालू प्रसाद यादव, स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला

लैंड फॉर जॉब मामले में पूछताछ के लिए 27 दिसंबर को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को ईडी ने दिल्ली मुख्यालय में बुलाया है। जिसके बाद यह चर्चा हो रही थी कि आज लालू दिल्ली के लिए रवाना होंगे। लेकिन सूत्रों के हवाले से अब यह खबर आ रही है कि 27 दिसंबर को लालू यादव ईडी के सामने पेश नहीं होंगे। स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर वे ईडी की पूछताछ में शामिल नहीं होंगे।

बता दें कि ईडी ने समन जारी कर 22 दिसंबर को तेजस्वी को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वे ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए। तेजस्वी के वकील ने ईडी से अगली डेट की मांग की थी। जिसके बाद सुनवाई 6 जनवरी तक टल गयी थी।

दरअसल, बीते 20 दिसंबर को तेजस्वी यादव ने दिल्ली की कोर्ट में ऑस्ट्रेलिया जाने की इजाजत मांगी थी। तेजस्वी यादव अपनी पत्नी के साथ क्रिसमस की छुट्टियों के लिए ऑस्ट्रेलिया जाने का प्लान बना रहे थे लेकिन इसी बीच खबर आई कि रेलवे में जमीन के बदले नौकरी लेने के मामले में ईडी ने तेजस्वी यादव और उनके पिता लालू प्रसाद को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया है। ईडी ने समन जारी कर तेजस्वी को 22 दिसंबर को और लालू प्रसाद को 27 दिसंबर को बुलाया था।

ईडी का दावा है कि रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में नये तथ्य सामने आये हैं। जिसके आधार पर तेजस्वी और लालू प्रसाद से पूछताछ जरूरी है। लिहाजा दोनों को पूछताछ के लिए हाजिर होने का समन जारी किया गया है। ईडी सूत्रों के मुताबिक, 11 नवंबर को ईडी की गिरफ्त में आए इस केस की अहम कड़ी कारोबारी अमित कात्याल से पूछताछ के बाद ईडी को कुछ नई जानकारियां मिली थी। उसी आधार पर ईडी तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव से पूछताछ करने वाली है।

ईडी ने आज यानी 22 दिसंबर को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित अपने दफ्तर में बुलाया था लेकिन उसके एक दिन पहले ही तेजस्वी अपने पिता लालू प्रसाद के साथ दिल्ली से वापस पटना लौट आए। पटना पहुंचने पर तेजस्वी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि चाहे इनकम टैक्स, सीबीआई या ईडी कोई भी बुलाए, हम तो जाते रहे हैं। ये सब तो चलता ही रहता है। एजेंसी वालों की क्या गलती उनपर तो ऊपर से प्रेशर बना रहता है।

अब तेजस्वी ने अपने वकील के जरिए ईडी से मोहलत मांगी है। तेजस्वी के किनारा करने के बाद अब 27 दिसंबर को लालू ईडी के सामने पेश होंगे या नहीं, यह बड़ा सवाल था। लेकिन सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही लालू 27 दिसंबर को ईडी के सामने पेश नहीं होंगे। स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर वे ईडी की पूछताछ में शामिल नहीं होंगे।

पटना के काली घाट पर गंगा महाआरती में शामिल हुए सम्राट चौधरी, कहा…सनातन को आगे बढ़ाने का काम कर रही बीजेपी

BJP के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि सनातन धर्म समाज जोड़ने और रोजगार देने वाला है। ये हमारी संस्कृति है जिसे मुगलों और अंग्रेजों ने लूटा था। इस देश की परंपरा को खराब किया था। सनातन को आगे बढ़ाने में बीजेपी काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि जिनको विरोध करना है करने दीजिए गाली देना है देने दीजिए। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। 83 प्रतिशत लोग सनातन को मानने वाले है। सनातन धर्म को पूर्ण रुप से स्थापित करने का काम नरेंद्र मोदी की सरकार करेगी। पटना के काली घाट पर गंगा महाआरती सह राम भजन का आयोजन बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया था। इसमें सम्राट चौधरी भी शामिल हुए। इसी दौरान उन्होंने यह बातें कही।

दरअसल आज साल की आखिरी पूर्णिमा है। पूर्णिमा का दिन अत्यन्त पवित्र होता है। इस पवित्र दिन को बिहार प्रदेश भाजपा कार्यकर्ताओ के द्वारा पटना के काली घाट पर गंगा महाआरती सह राम भजन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी शामिल हुए । कार्यक्रम में कलाकारों ने भक्ति गीतों की मोहक प्रस्तुति दी ।

इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने गंगा पूजन किया और माँ गंगा की आरती भी उतारा । कार्यक्रम की संयोजिका रही श्वेता श्रीवास्तव और सह संयोजिका कुमारी वीणा । वहीं कार्यक्रम में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष धर्मशीला गुप्ता, महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष अमृता भूषण, भाजपा कला संस्कृति प्रभारी कमलजीत सिंह, भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ की प्रभारी अभय सिंह, भाजपा महिला मोर्चा प्रभारी सजल झा शामिल हुई । वही महिला मोर्चा की सदस्यों ने भी इस पहल को सराहा ।

ललन सिंह के इस्तीफे पर JDU का बयान आया, विजय कुमार चौधरी ने बताई पूरी बात

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) के इस्तीफे की चर्चा मंगलवार (26 दिसंबर) को सामने आते ही सियासी गलियारे में कई तरह की बातें होने लगीं. मीडिया में ललन के इस्तीफे की चल रही खबरों को बिहार सरकार के मंत्री और जेडीयू विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Choudhary) ने गलत बताया.  जेडीयू कोटे के मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि पार्टी कार्यालय से ऐसी कोई जानकारी नहीं है, ना ऐसी कोई चर्चा है.

29 दिसंबर की बैठक में तैयारी पर बनेगी रणनीति

विजय कुमार चौधरी मंगलवार को मीडिया से बात कर रहे थे. इसी क्रम में ललन सिंह के इस्तीफा दिए जाने की चर्चा पर सवाल किया गया. इस पर विजय चौधरी ने कहा कि यह अफवाह है. मीडिया में खबर चल रही है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव सामने है. बिहार में बाद में विधानसभा चुनाव भी है. तैयारी करनी है. क्या रणनीति रहेगी इस पर चर्चा के लिए दिल्ली में 29 दिसंबर को राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी.

जेडीयू में अंदरूनी कलह नहीं: विजय चौधरी

विजय चौधरी ने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन में काफी पार्टियां हैं. सीट शेयरिंग के लिए बैठक हो रही है. जेडीयू में कोई अंदरूनी कलह नहीं है. हम जो बोल रहे हैं वही सही है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग का मामला जल्द सुलझा लिया जाएगा.

बता दें ऐसी खबर आ रही है कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि अभी उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है. 29 दिसंबर को दिल्ली की होने वाली जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इस पर मुहर लग सकती है. सवाल उठने लगा है कि क्या जेडीयू के अंदर सब ठीक नहीं चल रहा है? फिलहाल ललन सिंह के इस्तीफे की खबर का विजय कुमार ने खंडन कर दिया है.

ललन सिंह ने इस्तीफे की खबर का किया खंडन, कहा-ऐसी कोई बात नहीं

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के इस्तीफे की खबर आज सुबह ही राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई थी। लेकिन इस खबर का खंडन खुद ललन सिंह ने किया है। उन्होंने इसे बेबुनियाद बताया। ललन सिंह ने कहा कि मैंने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफा नहीं दिया है। लेकिन पता नहीं क्यों इस तरह की चर्चा हो रही है।

उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के इस्तीफे की खबरों से सियासी हलचल तेज हो गई है। मीडिया में ललन सिंह के इस्तीफे को सुनकर नीतीश के करीबी मंत्री विजय चौधरी भागे भागे जेडीयू दफ्तर पहुंचे और सभी अटकलों को खारिज कर दिया। विजय चौधरी ने ललन सिंह के इस्तीफे की खबर को पूरी तरह से गलत बताया है।

दरअसल, बिहार की सियासत में पिछले कई दिनों से इस बात की चर्चा हो रही है कि ललन सिंह को जेडीयू के अध्यक्ष पद से हटाया जा सकता है। कहा जा रहा था कि 29 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार इसको लेकर निर्णय हो सकते हैं। ललन सिंह के ऊपर लालू के साथ मिलकर जेडीयू को तोड़ने के आरोप लग रहे थे।

इसी बीच बिहार की मीडिया में खबर आई कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले ही ललन सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। ललन सिंह के इस्तीफा देने की चर्चा तेज हुई तो नीतीश के करीबी मंत्री विजय कुमार चौधरी अचानक जेडीयू दफ्तर पहुंच गये और ललन सिंह के इस्तीफे की बात को पूरी तरह से गलत बताया। उन्होंने कहा कि मीडिया में कुछ ऐसे लोग हैं जो इस तरह का अफवाह उड़ाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ललन सिंह ने कोई इस्तीफा नहीं दिया है।

विजय चौधरी ने कहा कि ना हमलोगों को, ना ही पार्टी कार्यालय को इस तरह की कोई सूचना है। पार्टी ऑफिस में इस तरह की कोई चर्चा नही है। 29 दिसंबर को ना सिर्फ कार्यकारिणी की जबकि परिषद की भी बैठक होने जा रही है। इस बैठक का आयोजन पिछले काफी समय से लंबित था इसलिए आयोजन किया जा रहा है। लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक लाजमी है। एंडी गठबंधन में कई दल हैं तो सीट बंटवारे को लेकर बात होगी।

ललन सिंह के इस्तीफा वाली खबर पर उन्होंने कहा कि आप लोग ही खबर चलाते हैं और खबर को मार देते हैं। इस तरह की बात पार्टी या पार्टी कार्यालय तक नहीं पहुंची है। सुशील मोदी जदयू की बात इसलिए करते हैं क्योंकि उनको अपने दल में कोई नहीं पूछता है। जब अपने दल के लोग नहीं पूछते हैं तो लोग इधर-उधर भटकते रहते हैं।

उपेंद्र कुशवाहा ने खोला बड़ा राज, कहा- ललन सिंह ने लालू-नीतीश दोनों को दिखाया था सपना

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. इसकी चर्चा शुरू हो गई है. कहा तो यह भी जा रहा है कि उन्होंने अपना इस्तीफा सीएम नीतीश कुमार को सौंप दिया है लेकिन मुख्यमंत्री ने स्वीकार नहीं किया है. लोकसभा चुनाव तक उस पद पर ललन सिंह को रहने के लिए कहा है. हालांकि जेडीयू की ओर से इस्तीफे वाली बात का खंडन कर दिया गया है, लेकिन इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है. आरएलजेडी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने ललन सिंह को लेकर मंगलवार (26 दिसंबर) को बड़ा बयान दिया है.

‘चार बैठक के बाद कन्वीनर भी नहीं बन सके नीतीश’

कभी नीतीश कुमार के काफी करीबी रहे उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के इस्तीफे की चर्चा के बीच कहा कि ललन सिंह सभी मामलों में फेल हो गए हैं. यही वजह है कि वह खुद इस्तीफा दे रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ललन सिंह नीतीश कुमार को बड़े-बड़े सपने दिखाए कि आप प्रधानमंत्री बन जाइएगा, लेकिन इंडिया गठबंधन की चार बैठक हुई और उन्हें कन्वीनर भी नहीं बनाया गया. इससे ललन सिंह हताश हैं और वह इस मामले में फेल हो गए हैं.

‘जेडीयू का आरजेडी में विलय कराने वाले थे ललन सिंह’

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ललन सिंह ने लालू प्रसाद यादव को भी आश्वासन दिया था कि वह जेडीयू का आरजेडी में विलय करवा देंगे, जिसके उसके बाद तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बन जाएंगे, लेकिन ललन सिंह ने लालू यादव को जो सपना दिखाया था उसमें भी वह फेल हो गए. अब लालू और नीतीश दोनों के मामले में ललन सिंह जब फेल हो गए तो वह अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए इस्तीफा देने जा रहे हैं.

आरएलजेडी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने आगे कहा कि ललन सिंह के इस्तीफे के बारे में वह कुछ नहीं जानते. जो चर्चा हो रही है वह उस पर बात कर रहे हैं. बता दें कि 29 दिसंबर को जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक होनी है. बैठक से पहले ललन सिंह के इस्तीफे की खबर ने सबको चौंका दिया है. हालांकि जेडीयू कोटे से मंत्री विजय कुमार चौधरी ने इसका खंडन कर दिया है.

PM मोदी ने Youtube पर हासिल किया बड़ा कीर्तिमान, ऐसा करने वाले दुनिया के पहले नेता बने

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पीएम मोदी का जलवा लगातार बरकरार है। एक ओर पीएम मोदी दुनियाभर के नेताओं को अप्रूवल रेटिंग में पीछे छोड़ रहे हैं तो वहीं, दूसरी ओर उन्होंने यूट्यूब पर भी सब्सक्राइबर्स के मामले में नया मुकाम हासिल कर लिया है। पीएम मोदी के यूट्यूब चैनल पर 20 मिलियन यानी की 2 करोड़ सब्सक्राइबर्स हो गए हैं। पीएम मोदी ये खास मुकाम हासिल करने वाले दुनिया के पहले नेता हैं।

अरबों में मिले व्यूज

पीएम मोदी की ओर से यूट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियो पर अब तक 4.5 बिलियन यानी की 450 करोड़ व्यूज आ चुके हैं। पीएम मोदी का यूट्यूब चैनल सब्सक्राइबर्स, वीडियो व्यूज के और क्वालिटी के मामले में भी राजनीतिक नेताओं में सबसे आगे है। उनका चैनल व्यूज और सब्सक्राइबर्स के मामले में अपने भारत और वैश्विक समकालीनों के यूट्यूब चैनलों से कहीं आगे निकल गया है।

मैं खुद एक यूट्यूबर- पीएम मोदी

कुछ ही महीने पहले पीएम मोदी ने YouTube Fanfest India को संबोधित करते हुए कहा था कि वह खुद एक यूट्यूबर हैं। पीएम ने कहा था कि वह खुद बीते 15 सालों से यूट्यूब के माध्यम से देश और दुनिया से जुड़े हुए हैं। पीएम मोदी ने यूजर्स से उनके चैनल को भी सब्सक्राइब करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था- “मेरा ये चैनल सब्सक्राइब करें और मेरे हर अपडेट्स आपको मिले इसके लिए बेल आइकन को जरूर दबाइएगा”।

अन्य प्लेटफॉर्म्स पर भी पीएम का जलवा

यूट्यूब के अलावा  अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी पीएम मोदी की काफी फैन फोलोविंग है। पीएम मोदी के X (पहले ट्विटर) अकाउंट पर 94 मिलियन फॉलोवर्स हैं। इसके अलावा इंस्टाग्राम पर पीएम मोदी के 82.7 मिलियन फॉलोवर्स हैं। अगर फेसबुक की बात करें तो यहां पीएम मोदी के  48 मिलियन फॉलोवर्स हैं। वहीं, पीएम मोदी के Whatsapp चैनल पर 12.6 मिलियन फॉलोवर्स हैं।