भागलपुर जिले में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। आंकड़ों की बात करें तो इस बार भी डेंगू गांव से ज्यादा शहर में कहर बरपा रहा है। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (मायागंज अस्पताल) के आंकड़ों पर गौर करें तो बीते नौ दिनों में डेंगू के 18 मरीज एलिजा जांच में पाये गये। जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. दीनानाथ बताते हैं कि उन्हें जो डेंगू मरीजों की सूची मिली है, उसमें से महज तीन डेंगू के मरीज ग्रामीण क्षेत्र के हैं और बाकी शहर क्षेत्र के रहने वाले।

जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग की लैब में एलिजा जांच की व्यवस्था है। विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कुमार अमरेश बताते हैं कि 10 अगस्त से कॉलेज में एलिजा जांच की व्यवस्था शुरू हुई है। 18 अगस्त को दोपहर बाद तक मायागंज अस्पताल में किट जांच में डेंगू पॉजिटिव मिले कुल डेंगू के मरीजों में से 62.06 प्रतिशत मरीज एलिजा जांच में डेंगू कन्फर्म मिल रहे हैं। 10 से 18 अगस्त के बीच मायागंज अस्पताल के कुल 29 डेंगू के संदिग्ध मरीजों के सैंपल आए। इनमें से 11 मरीज डेंगू निगेटिव तो 18 मरीज डेंगू पॉजिटिव पाये गये है।

तीन डेंगू के मरीज मिले तीनों पूर्वी शहरी क्षेत्र के

भागलपुर मायागंज अस्पताल में शुक्रवार को तीन और डेंगू के मरीज जांच में पाए गये। तीनों डेंगू के मरीज शहर के पूर्वी क्षेत्र के अलग-अलग मुहल्ले के रहने वाले हैं। तीनों का मायागंज अस्पताल के डेंगू वार्ड में इलाज चल रहा है। मायागंज अस्पताल के हॉस्पिटल मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि शहर के सुर्खीकल व तिलकामांझी क्षेत्र की रहने वाले एक-एक महिला व मायागंज निवासी एक युवक किट जांच में डेंगू पॉजिटिव पाया गया है।

शहर में तिलकामांझी क्षेत्र बना डेंगू मरीजों का हब

एलिजा जांच में डेंगू पॉजिटिव मिले आंकड़ों की बात करें तो 18 में से तीन डेंगू के मरीज ग्रामीण क्षेत्र के तो बाकी 15 मरीज शहर के हैं। अगर किट जांच में डेंगू पॉजिटिव मिले मरीजों को इसमें शामिल किया जाए तो हर रोज शहरी क्षेत्र में 12 से 15 डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। इनमें से सात डेंगू के मरीज तिलकामांझी क्षेत्र के हैं। यहां तक कि जिस डेंगू पॉजिटिव युवक की मौत गुरुवार की भोर में हुई थी, वह भी तिलकामांझी क्षेत्र के हटिया रोड का रहने वाला है। हालांकि मृतक की एलिजा जांच के लिए सैंपल शुक्रवार को दोपहर बाद दो बजे तक मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग नहीं पहुंचा था।

रोकथाम को लेकर वार्डों की संख्या बढ़ाई जाए

भागलपुर शहर में डेंगू की रोकथाम के लिए नगर निगम ने फॉगिंग तो शुरू करायी है, लेकिन अभी प्रतिदिन महज 12 वार्डों में ही हो रही है। पार्षदों का कहना है कि अगर एक साथ सभी वार्डों में फॉगिंग करायी जाएगी तो वह ज्यादा कारगर होगा। निगम के पास फॉगिंग मशीन की संख्या भी 54 है। लेकिन मेंटेनेंस नहीं होने के कारण कई फॉगिंग मशीन खराब रहती है। सिटी मैनेजर विनय प्रसाद यादव का कहना है कि अभी जो रोस्टर जारी किया गया है, उसी के अनुसार फॉगिंग होगी।

सदर में 10 तो मायागंज में 31 बेड का डेंगू वार्ड

जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. दीनानाथ ने बताया कि सदर अस्पताल में 10 बेड का तो मायागंज अस्पताल के एमसीएच बिल्डिंग में 31 बेड का डेंगू वार्ड संचालित किया जा रहा है। वहीं जिले के 11 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, तीन रेफरल अस्पताल व दोनों अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारियों को पत्र लिखकर निर्देश दे दिया गया है कि वे अपने-अपने अस्पतालों में दो से पांच बेड का डेंगू वार्ड तत्काल प्रभाव शुरू कर दें। हरेक अस्पताल को डेंगू जांच किट पर्याप्त संख्या में उपलब्ध करा दिया गया है।


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