जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष और रिसर्चर शेहला राशिद ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में केंद्र सरकार की तारीफ की है। एक समय था, जब शेहला भाजपा और पीएम मोदी की जमकर आलोचना करती थीं, लेकिन हाल ही में दिए एक साक्षात्कार में वह मोदी और शाह की तारीफ करती नजर आ रही हैं। शेहला राशिद ने ANI के साथ पॉडकास्ट में कहा कि केंद्र के प्रयासों से घाटी में सकारात्मक बदलाव आया है। शेहला ने इस दौरान कहा कि मैं इस पर किसी भी तरह की बहस करने के लिए तैयार हूं।

सशस्त्र बलों के खिलाफ किए पोस्ट पर जताया खेद

दरअसल, जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष जेएनयू कैंपस में 2016 में कथित राष्ट्रविरोधी नारों से उपजे विवाद के बाद सुर्खियों में आईं थी। इसके बाद उन्होंने कश्मीर घाटी में तैनात सशस्त्र बलों के खिलाफ ट्वीट भी किए थे, जिसपर उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला भी दर्ज किया गया था। ANI के साथ पॉडकास्ट में शेहला राशिद ने अगस्त 2019 में सेना के अधिकारियों पर मानवाधिकार के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर की गई अपनी पोस्ट पर भी खेद व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ में क्या बोलीं?

कश्मीर के हालात पर बात करते हुए शेहला ने कहा कि कश्मीर गाजा नहीं है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में बदलाव के लिए मैं इसका श्रेय पीएम मोदी को देना चाहूंगी, जिन्होंने ऐसी राजनीतिक स्थिति तय की, जो रक्तहीन थी। इस दौरान शेहला राशिद से पूछा गया कि पहले के समय में आपकी सहानुभूति पत्थरबाजों के साथ रही है? इस पर उन्होंने कहा कि हां ऐसा 2010 में था, लेकिन लेकिन आज जब मैं बदली हुई स्थिति देखती हूं तो मैं आज की स्थिति के लिए बहुत अधिक आभारी हूं। बदली हुई स्थिति के लिए मैं वर्तमान सरकार, खासकर प्रधानमंत्री को श्रेय देना चाहूंगीं।

गृह मंत्री अमित शाह का जताया आभार

जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शेहला ने कश्मीर के बदले हुए हालात पर कहा कि इसके लिए मैं गृहमंत्री अमित शाह को भी श्रेय देना चहूंगी, जिन्होंने इसके लिए एक ऐसी राजनीतिक स्थिति सुनिश्चित की है, जिसे रक्तहीन कहना चाहिए। शेहला राशिद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तारीफ में कहा कि कश्मीरी माताएं अमित शाह की आभारी रहेंगी। इस दौरान उन्होंने कश्मीर के विकास के लिए केंद्र की तरफ से किए गए प्रयासों की सराहना की।

शेहला राशिद पर मुकदमा चलाने की मंजूरी

गौरतलब है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के.सक्सेना ने कुछ महीने पहले ही भारतीय सेना को लेकर कथित विवादित ट्वीट करने के मामले में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) की पूर्व नेता शेहला राशिद शोरा के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दी है। उपराज्यपाल कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार, यह अनुमति शोरा के खिलाफ 2019 में दर्ज एक प्राथमिकी से संबंधित है। उन्होंने कहा कि मुकदमे की मंजूरी दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी), 1973 की धारा 196 के तहत दी गई है, जो राज्य के खिलाफ अपराधों के लिए मुकदमा चलाने और ऐसे अपराध करने के लिए आपराधिक साजिश से संबंधित है।


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