लोकआस्था के महापर्व छठ पूजा के दौरान किसी चिकित्सकीय आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने घाटों पर पुख्ता व्यवस्था की तैयारी की है। अत्यधिक भीड़ वाले पाटीपुल, 93 नंबर, कलेक्ट्रिएट, लॉ कालेज और गायघाट पर दो-दो बेड के अस्थायी अस्पताल बनाए जा रहे हैं। चिकित्सकीय आपात की स्थिति में प्राथमिक उपचार के बाद रोगियों को तुरंत नजदीकी अस्पताल भेजा जा सके इसलिए अलग से इन अस्पतालों व नियंत्रण कक्ष में एंबुलेंस मुस्तैद रहेगी।

इसके अलावा अन्य 91 घाटों में से हर तीन-चार घाट के बीच एक एंबुलेंस दवा व डाक्टर के साथ तैनाती की गई है। सिविल सर्जन डा. श्रवण कुमार और चिकित्सा व्यवस्था के नोडल पदाधिकारी महामारी पदाधिकारी प्रशांत कुमार ने यह जानकारी मंगलवार को दी।

18 तक तैयार हो जाएंगे अस्पताल

पांच अस्थायी अस्पतालों समेत तमाम चिकित्सकीय सुविधाओं की तैयारी शनिवार शाम तक पूरी कर ली जाएगी। 19 नवंबर को शाम के अर्घ्य के पूर्व दोपहर 12 बजे से देरशाम तक और 20 की रात दो बजे से अर्घ्य की समाप्ति तक सभी मेडिकल टीमें निर्धारित स्थल पर मुस्तैद रहेंगी।

डॉक्टरों को नाम वाले एप्रन और बीपी इंस्ट्रूमेंट व स्टेथोस्कोप के साथ एंबुलेंस के बजाय घाटों पर बने नियंत्रण कक्ष में रहने को कहा गया है। हर एंबुलेंस पर स्ट्रेचर, आक्सीजन सिलेंडर व जीवनरक्षक दवाएं रहेंगी। मेडिकल टीम को 17 नवंबर की दोपहर तक सिविल सर्जन कार्यालय में योगदान देने को कहा गया है।

घाट के नजदीकी निजी अस्पताल को किया अलर्ट

सिविल सर्जन ने बताया कि आपात स्थिति की दशा में दानापुर से अशोक राजपथ व कंकड़बाग स्थित घाट के नजदीकी अस्पतालों को सम्बद्ध किया गया है।

पारस एचएमआरआइ, राजेश्वर अस्पताल, एसपी रोड स्थित रूबन इमरजेंसी, सहयोग हास्पिटल, कुर्जी हास्पिटल, महावीर वात्सल्य, तारा नर्सिंग होम, जगदीश मेमोरियल, अरविंद हास्पिटल, श्री साई हास्पिटल आदि को निर्देश दिया गया है कि वे घाट से भेजे गए मरीजों का निशुल्क उपचार करें और अर्घ्य के दौरान आपरेशन थिएटर, आइसीयू व इमरजेंसी में बेड रिजर्व रखें।

चिकित्सकीय आपात से निपटने को अटल पथ का एक लेन रहेगा खाली

  • कलेक्ट्रिएट, महेंद्रू घाट के रोगियों को पीएमसीएच, अरविंद हास्पिटल व तारा हास्पिटल

-पहलवान व बांसघाट, उदयन हास्पिटल व उदय नारायण हास्पिटल

-कुर्जी घाट– कुर्जी हास्पिटल

  • शिवाघाट, पाटीपुल, दीघा पोस्ट आफिस, मिनार घाट, बिंद टोली, गेट नंबर 92, 93, 88, 83 व जेपी सेतु घाट के लिए बीएम मंडल हास्पिटल रूपसपुर व एम्स पटना ले जाया जाएगा।

  • मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में जाम आदि की समस्या का सामना नहीं करना पड़े इसलिए अटल पथ व जेपी गंगा पाथ का एक लेन खाली राखी जाएगा।