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जमीन घोटाले में अरेस्ट झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने चंपई सोरेन सरकार के फ्लोर टेस्ट के दौरान विधानसभा में बड़ा एलान कर दिया। कोर्ट की इजाजत पर ईडी की कस्टडी में विधानसभा पहुंचे पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि अगर उनके ऊपर लगे घोटाले के आरोप साबित हो गए तो वे न सिर्फ राजनीति से संन्यास ले लेंगे बल्कि झारखंड को भी छोड़कर चले जाएंगे।

दरअसल, झारखंड में हुए लैंड स्कैम मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही ईडी ने लंबी पूछताछ के बाद बीते 31 जनवरी की रात गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले हेमंत सोरेन ईडी की कस्टडी में राजभवन पहुंचे थे और अपना इस्तीफा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को सौंप दिया था। सरकार गिरने के बाद जेएमएम नेता चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया और सियासी ड्रामें के बाद आखिरकार उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।

शपथ ग्रहण के पांच दिन बाद यानी आज चंपई सोरेन ने विधानसभा में विश्वास मत के लिए प्रस्ताव पेश किया है। चंपई सरकार के प्रस्ताव पर सदन में वाद-विवाद चल रहा है। कोर्ट से आदेश मिलने के बाद हेमंत सोरेन भी फ्लोर टेस्ट में शामिल होने के लिए विधान सभा में मौजूद है। सदन में बोलते हुए हेमंत सोरेन ने कहा कि कहा कि 31 जनवरी की काली रात, काला अध्याय देश के लोकतंत्र में नए तरीके से जुड़ा है। मेरे संज्ञान में नहीं है कि पहले किसी मुख्यमंत्री की ऐसी गिरफ्तारी हुई हो। मुझे लगता है कि इसमें राजभवन भी शामिल है।

हेमंत सोरेन ने कहा कि बड़े ही सुनियोजित तरीके से, लंबे समय से 2022 से 31 तारीख को हुए अंजाम की पटकथा लिखी जा रही थी। मैं आंसू नहीं बहाऊंगा। आंसू वक्त के लिए रखूंगा साबित करें कि वो जमीन मेरे नाम पर है। अगर मुझपर घोटाले साबित हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा। राजनीति से संन्यास ही नहीं, झारखंड छोड़ दूंगा। मुझे जेल के सलाखों के पीछे बांध कर ये अपने मंसूबों में नहीं कामयाब हो पाएंगे. ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स जिन्हें देश की संवेदनशील व्यवस्थाएं हैं। देश का 12 लाख करोड़ लेकर जाने वाले का इन्होंने बाल भी बांका नहीं किया।


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