बिहार के अररिया में कल रात पत्रकार बिमल कुमार की हत्या कर दी गई। जानकारी के अनुसार, अपराधी ने घर में घुसकर पत्रकार बिमल को गोली मार दी जिससे उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि चार साल पहले पत्रकार बिमल के छोटे भाई शशिभूषण यादव उर्फ गब्बू यादव की भी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में अभी ट्रायल चल ही रहा है और अब बिमल को भी मौते के घाट उतार दिया गया है। पुलिस पत्रकार की हत्या के पीछे की वजह का पता लगा रही है।

घर आकर पत्रकार के सीने में गोली मारी

जानकारी मिली है कि पत्रकार बिमल कुमार को अज्ञात अपराधियों ने घर में घुसकर पत्रकार के सीने में गोली मारी है। जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। ये मामाला अररिया जिले के रानीगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत प्रेम नगर साधु आश्रम वार्ड संख्या 5 का है। यहां शुक्रवार की अहले सुबह अज्ञात अपराधियों ने घर पर आकर पत्रकार विमल यादव उर्फ पप्पू को सीने में गोली मार दी। गोली की आवाज सुनते ही आस-पास के ग्रामीण पहुंच गए जिनको देखते ही अपराधी वहां से भाग खड़े हुए।

छोटे भाई की भी हुई थी हत्या

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे अररिया एसडीओ शैलेश चंद्र दिवाकर व एसडीपीओ राम पुकार सिंह सहित रानीगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंचे और मृत पत्रकार बिमल यादव उर्फ पप्पू के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल अररिया भेज दिया। पुलिस इस घटना की जांच में जुट गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि चार साल पहले बिमल यादव के छोटे भाई शशिभूषण यादव उर्फ गब्बू यादव को भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

बिमल भैया कहकर गेट पर बुलाया

घटना को लेकर मृत पत्रकार पप्पू के परिजनों ने बताया कि शुक्रवार की सुबह 5:30 बजे के करीब 4 लोग उनके घर पर आए और गेट पर से बिमल भैया कहकर आवाज दिया, आवाज सुनकर बिमल यादव उर्फ पप्पू जैसे ही अपना गेट खोलकर बाहर आए वैसे ही अज्ञात अपराधियों ने बिमल यादव को सीने में गोली मार दी। जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गए और घर अंदर जाते ही जमीन पर गिर गए। जमीन पर पड़े बिमल यादव को देख उनकी पत्नी ने उन्हों खून से लथपथ हालात में स्थानीय लोगों और परिजनों के सहयोग से रानीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मर्डर को लेकर पूरे जिले के पत्रकारों में आक्रोश

वहीं घटना की जानकारी मिलते ही पूरे जिले से पत्रकार अररिया के सदर अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम रूम के पास जमा हो गए। पत्रकारों में इस घटना को लेकर काफी आक्रोश देखा जा रहा है और 24 घंटे के अंदर पत्रकार संघ के द्वारा अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की गई है। घटना की सूचना पर सांसद प्रदीप कुमार सिंह भी पोस्टमार्टम रूम के पास पहुंचे जहां उन्होंने परिजनों से बातचीत की और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज कोई सुरक्षित नहीं है। आप देख रहे हैं कि किस तरह से कुछ दिन पूर्व दरोगा की हत्या की गई थी। उसके बाद आज पत्रकार की हत्या की गई है। कोई भी सुरक्षित नहीं है, यह जंगल राज है।