बिहार के मधुबनी में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. नेपाल और तराई इलाकों में हो रही बारिश के कारण एक बार फिर जयनगर में कमला नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. मूसलाधार बारिश के कारण जिले की नदियां उफान पर हैं. कमला बलान नदी झंझारपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

बाढ़ के खतरे से लोग चिंतित: नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से पूर्वी और पश्चिमी तटबंध के बीच बसे एक दर्जन से अधिक गांव के लोग डरे-सहमे हैं. तटबंध पर दबाब बढ़ता जा रहा है. कमला बलान नदी के पूर्वी और पश्चिमी तटबंध के बीच बसे गांव में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. मधवापुर, बुलानंशेर, नवटौली, भदुआर, इस्लामपुर और बेला समेत कई गांवों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।

बारिश हुई तो बाढ़ आना तय: कमला नदी के जलस्तर में वृद्धि होने और मौसम विभाग द्वारा आगामी दो दिनों तक जिले समेत नेपाल के तराई इलाकों में बारिश होने की जारी चेतावनी के कारण एक बार फिर इलाके के लोगों को संभावित बाढ़ की चिंता सताने लगी है. लोग कमला नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि को जानने के लिए बेचैन होने लगे हैं।

“कमला नदी में पानी आने के साथ हम लोगों को जान-माल का खतरा बढ़ जाता है. पशुओं को चारे की काफी दिक्कत हो जाती है. ज्यादा पानी आने पर पानी गांव में प्रवेश कर जाता है. जिस वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है. बांध पर सहारा लेना पड़ता है. 2019 की बाढ़ की त्रासदी की याद सताने लगती है, तब कई परिवार घर से बेघर हो चुके थे. कई मकान नदी में समा गए थे”-स्थानीय लोग

इंजीनियर ने क्या कहा?: बाढ़ प्रमंडल के कनीय अभियंता मनोज कुमार ने बताया कमला बलान नदी में जलस्तर के वृद्धि हो रही है. विभाग पूर्ण रूप से सक्रिय है. फिलहाल कोई खतरा नहीं है. नदी के जलस्तर में दोपहर से वृद्धि हो रही है. फिलहाल झंझारपुर में खतरे के निशान से नदी 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है लेकिन बांध पूर्ण रूप से सुरक्षित है. बांध पर कोई दबाव फिलहाल नहीं है. लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।