पाकिस्तान पर ईरान की एयरस्ट्राइक और इधर ईरान में विदेश मंत्री जयशंकर का होना क्या एक महज संयोग है या फिर इसके राजनयिक मायने भी हैं। पाकिस्तान को तो फिलहाल यही लग रहा है। कभी पाकिस्तान का कट्टर दोस्त रहे ईरान ने पाक आतंकियों पर ऐसा सरप्राइज अटैक किया, जिसकी कि पाकिस्तान को उम्मीद भी नहीं रही होगी। यह हमला ईरान ने ऐसे वक्त में किया जब पाकिस्तान के कार्यवाहक पीएम अनवर उल हक काकर दाओस में ईरानी विदेश मंत्री के साथ बैठक कर रहे थे। ऐसे सरप्राइज अटैक से पाकिस्तान हैरान है। इस पर सभी को भारत की प्रतिक्रिया का इंतजार था।
पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए ईरान के घातक मिसाइल हमले पर अपनी संयत एवं सधी हुई प्रतिक्रिया में भारत ने बुधवार को कहा कि वह देशों द्वारा अपनी आत्मरक्षा में की जाने वाली कार्रवाइयों को वह समझता है। हालांकि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने यह भी कहा कि यह ईरान और पाकिस्तान के बीच का मामला है। साथ ही इस बात पर जोर दिया कि भारत आतंकवाद के प्रति ‘‘कत्तई बर्दाश्त नहीं करने की नीति’’ से समझौता नहीं करेगा। ऐसा कहकर उन्होंने पाकिस्तान के दिल पर ऐसी चोट मारी कि जिसे सिर्फ समझने वाला ही समझ सकता है।

ईरानी एयरस्ट्राइक के साथ भारत के बालाकोट हमले की भी चर्चा

पाकिस्तान पर ईरान की एयरस्ट्राइक के साथ ही 26 फरवरी 2019 को भारत की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट में कई गई एयरस्ट्राइक की भी चर्चा होने लगी है। इस स्ट्राइक में पाकिस्तान के सैकड़ों आतंकी ढेर हो गए थे। रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान पर ईरानी हमले पर दोहराया, ‘‘यह ईरान और पाकिस्तान के बीच का मामला है।’’ प्रवक्ता ने पाकिस्तान में ईरानी मिसाइल हमले पर मीडियाकर्मियों के सवालों के जवाब में कहा, ‘‘जहां तक भारत का सवाल है, आतंकवाद के प्रति हमारी अब तक ‘‘कत्तई बर्दाश्त नहीं करने की नीति’’ रही है। देश अपनी रक्षा के लिए जो कार्रवाई करते हैं, उसे हम समझते हैं।’’ ईरान ने अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक आतंकवादी समूह के ठिकानों पर अभूतपूर्व मिसाइल और ड्रोन हमले किए।

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