डिजिटल युग ने पैसे के लेनदेन को जितना आसान बना दिया है, इसमें असावधानी करने पर उतना ही रिस्क भी है। कई बार तो बैंक भी गलती की वजह से परेशानी में फंस जाते हैं। ऐसा ही हुआ यूको बैंक के साथ। दावा है कि बैंक के कई ग्राहकों के अकाउंट में गलती से लाखों रुपये जमा हो गए। बैंक के ग्राहकों के अकाउंट में कुल 820 करोड़ रुपये ट्रांसफर हो गए। बैंक की तरफ से कहा गया है कि गलती से ऐसा हो गया है। अब उस पैसे को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

जानकारी के मुताबिक बैंक अब तक 649 करोड़ रुपये ग्राहक के खातों से वापस ले पाया है। यह रकम आईएमपीएस के जरिए ग्राहकों के अकाउंट में जमा हो गई थी। बैंक को जैसे ही पता चला कि संबंधित अकाउंट फ्रीज कर दिए गए। इसके बाद बैंक कुल रकम का 79 फीसदी रिकवर करने में कामयाब हो गया। बैंक अभी यह नहीं स्पष्ट कर पाया है कि किसी तकनीकी खराबी की वजह से ऐसा हुआ या फिर किसी कर्मचारी से गलती हो गई थी।

बैंक का कहना है कि बाकी बचे हुए 171 करोड़ रुपये रिकवर करने की प्रक्रिया भी सुरू कर दी गई है। इसके अलावा जरूरी कर्रवाई के लिए लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी को भी इसकी जानकारी दी गई है। 10 से 13 अक्टूबर के बीच देखा गया कि तकनीकी समस्या की वजह से दूसरे बैंक के होल्डर्स के अकाउंट से यूको बैंक के खाता धारकों के पास आईएमपीएस के जरिए पैसे जमा हो रहे थे। इन बैंकों से रसीद भी नहीं मिल रहीथी। इसके बाद यूको बैंक ने देखा कि उसके नेट प्रॉफिट भी घट गया।

बैंक का सितंबर में खत्म होने वाली तिमाही में शुद्ध लाभ 402 करोड़ ही रह गया जो कि बीते साल इसी तिमाही में 505 करोड़ था। कोलकाता में हेडक्वार्टर वाले बैंक की जुलाई-सितंबर में कुल कमाई 5866 करोड़ रुपये थी। वहीं पिछले साल यह 4965 करोड़ थी। इंटरेस्ट इनकम की वजह से बैंक की कमाई बढ़ गई थी।