कांग्रेस ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 46 उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश की 9 सीटों के लिए उम्मीदवारों का एलान किया गया है। उत्तर प्रदेश की सबसे वीआईपी सीट मानी जाने वाली वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को फिर से मैदान में उतारा है। अजय राय वाराणसी सीट से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ 2014 और 2019 में लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन दोनों ही बात उन्हें हार का सामना करना पड़ा है।

पिछले लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी को 63.62 फीसदी वोट मिले थे तो वहीं अजय राय को 14.38 फीसदी वोट मिले थे। 2019 के चुनाव में अजय राय को 1 लाख 52 हजार 548 वोट मिले थे और वो तीसरे स्थान पर थे जबकि समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव दूसरे नंबर पर रही थीं। प्रधानमंत्री मोदी ने शालिनी यादव को 4.80 लाख वोटों से शिकस्त दिया था। शालिनी अब सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गईं हैं।

वाराणसी सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ शुरुआती दौर में राहुल गांधी के मैदान में उतरने के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन कांग्रेस की पहली लिस्ट में जब वायनाड लोकसभा सीट से राहुल गांधी को उम्मीदवार बनाया गया तो सभी कयासों पर विराम लग गए। बीजेपी नेताओं का कहना था की हार के डर से राहुल गांधी ने वाराणसी से चुनाव लडने से इंकार कर दिया है।

कांग्रेस ने इस बार भी उत्तर प्रदेश के अपने प्रदेश अध्यक्ष पर भरोसा जताया है और एक बार फिर से अजय राय को प्रधान मंत्री मोदी के खिलाफ मैदान में उतारा है। बता दें की 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सिर्फ एक सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। रायबरेली सीट से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जीत हासिल कर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की लाज बचाई थी।


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